चंडीगढ़: सीबीआई की स्पेशल कोर्ट से मुजरिम करार दिए गए डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह का उत्तराधिकारी कौन होगा, इस बात पर अटकलों का बाजार गर्म रहा. इसको लेकर उसके बेटे जसमीत, गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत और डेरा की अध्यक्ष विपासना इंसां के नामों की चर्चा चलती रही.


हालांकि डेरा सूत्रों ने कहा कि डेरा प्रबंधन की ओर से अबतक ऐसी कोई पहल नहीं की गई है. फिलहाल डेरा की प्राथमिकता स्पेशल सीबीआई कोर्ट की तरफ से सोमवार को सुनाई गई सजा के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करना है. पचास साल के गुरमीत राम रहीम सिंह को दो साध्वियों के साथ बलात्कार करने के जुर्म में 20 साल की सजा सुनाई गई है.


जसमीत की उम्र 30 साल के आसपास है. उसकी शादी पंजाब के पूर्व कांग्रेस विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी की बेटी से हुई है. यदि जसमीत को राम रहीम का उत्तराधिकारी नियुक्त किया जाता है तो यह डेरा की उस परंपरा से हटना होगा जिसमें किसी भी उस व्यक्ति को डेरा प्रमुख नहीं बनाया जाता है जो इस संप्रदाय के वर्तमान प्रमुख के परिवार से संबंधित हो. हनीप्रीत इंसां को भी डेरा के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है.


विपासना इंसां डेरा सच्चा सौदा की अध्यक्ष हैं और डेरा प्रबंधन में शीर्ष पद पर हैं. डेरा प्रबंधन कृषि, समाज कल्याण, फैक्ट्रियों, शैक्षणिक संस्थानों जैसे कई गतिविधियां संभालता है. जब डेरा प्रमुख को दोषी ठहराये जाने पर पंचकूला और सिरसा में हिंसा फैली थी तब विपासना ने ही वीडियो संदेश के जरिए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी.


जब विपासना से पूछा गया तब उन्होंने कहा कि नए डेरा प्रमुख नियुक्त करने की कोई पहल नहीं है. उन्होंने कहा , ‘‘उत्तराधिकार की कोई पहल नहीं हो रही. अनुयायियों को गुरुजी पर पूरा विश्वास है.’’ उन्होंने कहा कि फिलहाल डेरा के सभी शिक्षण संस्थान और फैक्ट्रियां बंद कर दी गई हैं.


गुरमीत राम रहीम को 23 सितंबर 1990 को 23 साल की उम्र में डेरा सच्चा सौदा का तीसरा प्रमुख नियुक्त किया गया था. इस संप्रदाय की स्थापना 29 अप्रैल 1948 को सिरसा में मस्ताना महाराज ने मानवता के उत्थान और सुंदर दुनिया के लिए लोगों के बीच आध्यात्मिक जागरुकता फैलाने के लिए की थी. मस्ताना महाराज मूलत: बलूचिस्तान के थे.


साल 1960 में मस्ताना महाराज ने डेरा की जिम्मेदारी अपने उत्तराधिकारी शाह सतनाम सिंह को सौंपी थी. डेरा अपना लाखों अनुयायी होने का दावा करता है. वह शिक्षण संस्थान, अस्पताल, कृषि, विनिर्माण गतिविधियां चलाता है. उसके प्रशासन, राजनीति, युवा फेडरेशन, समाज कल्याण, मेडिकल, शैक्षणिक और आईटी जैसी कई शाखाएं हैं.