मंदिरबाजार: बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान कथित तौर पर समाजसेवी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा खंडित होने पर विवाद गहरा गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि बंगाल को बीजेपी के पैसे की जरूरत नहीं है और विद्यासागर की प्रतिमा को दोबारा बनवाने के लिए राज्य के पास पर्याप्त संसाधन है.
दरअसल, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता के एक कॉलेज में मंगलवार को समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी. विद्यासागर बंगाल में नवजागरण काल में एक प्रमुख शख्सियत थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली में यह वादा किया है कि विद्यासागर की प्रतिमा उसी स्थान पर लगाई जायेगी, जहां वह स्थापित थी.
हालांकि, ममता ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मोदी ने वादा किया है कि वह कोलकाता में विद्यासागर की प्रतिमा दोबारा बनवायेंगे. हमें उनसे (बीजेपी) धन क्यों लेना चाहिए, जब बंगाल के पास पर्याप्त संसाधन हैं.’’
उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए दावा किया कि प्रतिमाओं को तोड़ना इस पार्टी की आदत है और यह पार्टी त्रिपुरा में भी ऐसा कर चुकी है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा,‘‘बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 200 साल पुरानी विरासत नष्ट कर दी, जो लोग पार्टी का समर्थन कर रहे हैं उन्हें समाज स्वीकार नहीं करेगा.’’
बीजेपी के सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर उसकी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भगवा पार्टी फेसबुक और टि्वटर पर अफवाह फैला रही है. उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी सोशल मीडिया पर अपने फर्जी पोस्ट के जरिए लोगों को उकसाने और दंगा भड़काने की कोशिश कर रही है.’’