नई दिल्लीः एक तरफ देश की पुलिस 21 दिन के लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए जी तोड़ कोशिश में लगी है वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर नए-नए दावे पेश किए जा रहे हैं. दावा है कि 14 अप्रैल को खत्म हो रहे 21 दिन के लॉकडाउन के बाद देश में इमरजेंसी लगाई जा सकती है और आर्मी को तैनात किया जा सकता है. सच्चाई के सेंसेक्स में एबीपी न्यूज़ ने इस दावे की पड़ताल की है और यहां आपको सच जानने के लिए मिलेगा.
क्या है वायरस मैसेज
क्या अप्रैल के मध्य में इमरजेंसी लगने वाली है और क्या आर्मी को तैनात करने की तैयारी हो रही है? ये सवाल व्हाट्सऐप और फेसबुक पर घूम रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या फिर देश में इमरजेंसी लगाई जाएगी. दावे के मुताबिक इमरजेंसी के हालात में सेना को तैनात किया जाएगा.
देश में लॉकडाउन का एक हफ्ता हो चुका है और देश इसी बात को लेकर भ्रम में है कि कहीं लॉकडाउन बढ़ तो नहीं दिया जाएगा. हालांकि सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने की बात से साफ इंकार किया है तो फिर 14 अप्रैल के बाद इमरजेंसी लगने जैसी चर्चाओं को हवा क्यों मिल रही है. इसका जवाब है कि इमरजेंसी की चर्चा को ऐसे वीडियो से हवा मिल रही है जिसमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए आर्मी तैयारी करती दिख रही है.
दावे की पड़ताल
सच पता लगाने के लिए ने दावे की पड़ताल शुरू की गई और एबीपी न्यूज के रक्षा संवाददाता नीरज राजपूत ने बताया कि आर्मी इस दावे का खंडन कर चुकी है. भारतीय सेना के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट करके कहा गया कि सोशल मीडिया पर झूठी और गलत जानकारी फैलाई जा रही है. हम साफ करते हैं कि सिविल एडमिनिस्ट्रेशन की मदद के लिए मध्य अप्रैल में इंडियन आर्मी और एनसीसी को तैनात करने की योजना नहीं है
जहां तक वायरल वीडियो की बात है तो ये भारतीय सेना की उस तैयारी का हिस्सा है जिससे कोरोना वायरस से बिगड़ी परिस्थिति में निपटा जाएगा. इसी तैयारी के तहत भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने बड़े बड़े कैंप लगाने की ड्रिल शुरू कर दी है. ये ड्रिल इसलिए की जा रही है ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि कैसे एक साथ सैकड़ों संक्रमित लोगों को रखा जाएगा और जवान स्पेशल सूट में रहेंगे जो वायरस से उनकी रक्षा करेगा.
देश में इमरजेंसी लगाने का वायरल मैसेज झूठा
एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में अप्रैल के मध्य में इमरजेंसी लगाने वाला वायरल मैसेज झूठा साबित हुआ है.
इंटरनेट पर फैल रहे ऐसे दावों और अफवाहों का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर सुबह 8.30 बजे सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.