नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी के चलते आज लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. विजिबिलिटी कम होने से लोगों को परेशानी हुई और धूल भरी हवाएं चलने के कारण माहौल भी सघन हो गया. मौसम विभाग के मुताबिक ये ‘एंटी साइक्लोनिक विंड’ है जो राजस्थान होते हुए दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी यूपी तक चल रही है. हवा की रफ़्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा है हालांकि अगले दो दिनों तक बारिश की सम्भावना नहीं है. हालांकि ये धूल भरी हवा चलनी कल से ही शुरु हो गई थी और आज स्थिति ज्यादा गंभीर हो गई.

दिल्ली का तापमान
राष्ट्रीय राजधानी में आज भी मौसम काफी गर्म रहा जहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश : 41.2 डिग्री सेल्सियस और 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

इसके अलावा पश्चिम भारत में धूल भरी आंधी की वजह से दिल्ली में आज हवा की क्वालिटी ‘गंभीर’ स्तर से अधिक बिगड़ गई. आंधी की वजह से हवा में मोटे कणों की बढ़ोतरी हुई है. यह जानकारी केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े पर आधारित है. सीपीसीबी के आंकड़े के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर इलाके में पीएम 10 (10 मिमी से कम व्यास वाले कण) का स्तर 778 पर ‘अत्यंत गंभीर ’ से ऊपर है और दिल्ली में यह विशेषकर 824 पर है. इसके कारण धुंध की स्थिति है जिससे विजिबिलिटी का स्तर सीमित है.

केन्द्र सरकार द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च इंस्टीच्यूट के एक वैज्ञानिक गुफ्रान बेग ने बताया कि धूल भरी आंधी ने दिल्ली-एनसीआर में हवा की क्वालिटी बिगाड़ दी है. उन्होंने बताया , ‘देश के पश्चिमी हिस्से में धूल भरी आंधी से हवा में भारी पैमाने पर मोटे कणों की बढ़ोतरी हुयी है जिसके कारण दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में उछाल आया है.’

उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा. बेग ने बताया , ‘तेज रफ्तार (30 से 40 किलोमीटर प्रति धंटा) में चलने वाली आंधी के साथ इस तरह की धूल भरी आंधी काफी देर तक नहीं रहेगी क्योंकि आज शाम तक हवा की क्वालिटी सामान्य स्तर पर लौट आएगी.’सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 स्तर को पार कर गया है. पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके में 891 एक्यूआई दर्ज किया गया.

भारी बारिश से त्रिपुरा, मणिपुर में बाढ़
इसके अलावा भारी बारिश के चलते जहां त्रिपुरा और मणिपुर में बाढ़ आने से हजारों लोग बेघर हो गए वहीं, उत्तर भारत आज भी लू से तपता रहा. अधिकारियों ने बताया कि पूर्वात्तर में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से असम , मणिपुर , मिजोरम और त्रिपुरा में हजारों लोग बेघर हो गए. केरल में दो और लोगों की मौत के साथ बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है. पूर्वोत्तर में भारी बारिश के कारण अकेले त्रिपुरा में ही पिछले 24 घंटे में 3500 परिवार बेघर हो गए. अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह से पश्चिमी त्रिपुरा के सदर उप - क्षेत्र में 500 से अधिक परिवारों के मकान बाढ़ में डूब जाने के कारण उन्हें छह राहत शिविरों में ले जाया गया.