नई दिल्ली : पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा है कि केंद्रीय कर्मचारियों का कार्य दिवस बढ़ाया जाएगा. छह दिन काम करने को लेकर सरकारी कर्मचारी चिंतित भी थे. लेकिन, सरकार ने अपनी ओर से साफ कर दिया है कि ऐसी कोई योजना नहीं और दो वीक ऑफ ही मिलते रहेंगे. यहां तक की सरकार की ओर से इस विपक्षी दलों की साजिश करार दे दिया गया है.


कर्मचारियों के लिए सप्ताह में छह कामकाजी दिन का कोई प्रस्ताव नहीं है


केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इस बारे में स्थिति साफ करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए सप्ताह में छह कामकाजी दिन का कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ‘गलत और तुच्छ दुष्प्रचार’ फैला रहे हैं.


बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के दौरान नायडू ने स्थिति साफ की

दिल्ली नगर निगम के लिए बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के दौरान नायडू ने कहा, ‘सप्ताह छह कामकाजी दिन का कोई प्रस्ताव नहीं है. यह विपक्षी दलों की ओर से फैलाया गया गलत और तुच्छ दुष्प्रचार है.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी के पक्ष में वोट करने का मतलब बेहतर भविष्य के लिए वोट करना है.


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घंटों में बदलाव करने के वास्ते किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है


इससे पहले सरकार ने साफ किया था कि केन्द्र सरकार अपने कार्मिकों के लिए काम के घंटों में बदलाव करने के वास्ते किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है. कार्मिक मंत्रालय ने एक खबर के संदर्भ में एक बयान जारी कर यह कहा. खबर में दावा किया गया था कि केन्द्र सरकार के कार्मिकों के काम करने के घंटों में बदलाव किया जाएगा.

कार्यालय का समय सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक होगा : दावा

साथ ही कहा गया था कि कार्यालय का समय सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक होगा. खबर में यह भी कहा गया कि केंद्र सरकार के कार्मिकों के लिए शनिवार का अवकाश भी समाप्त किया जाएगा. मंत्रालय ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि ऐसे किसी प्रस्ताव पर केंद्र सरकार विचार नहीं कर रही है.

शनिवार की छुट्टी समाप्त करने से संबंधित मीडिया खबर झूठी : सरकार

मंत्रालय ने कहा, ‘केंद्र सरकार के कार्मिकों के लिए काम के घंटे बढ़ाने और शनिवार की छुट्टी समाप्त करने से संबंधित मीडिया खबर झूठी और आधारहीन है. इस संबंध में कोई मौखिक या अलिखित आदेश जारी नहीं किया गया.’

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