भोपाल: बीजेपी के सामाजिक समरसता कार्यक्रम के तहत रविवार को अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के गरीब आदिवासी कार्यकर्ता के घर गये और वहां दोपहर का भोजन किया.
इस आदिवासी के कच्चे मकान में शौचालय नहीं था, जिससे विपक्षी दल कांग्रेस ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत देश के प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वपूर्ण योजना पर ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है. क्योंकि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित घर में शौचालय नहीं होने से इस परिवार के सदस्य आज भी खुले में शौच जाते हैं.
शाह और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रातीबड़ थानाक्षेत्र के सेवनिया गौड में रहने वाले आदिवासी कमल सिंह उइके के घर गये और वहां जमीन पर बैठकर भोजन किया.
कमल के परिवार ने खास तौर पर दाल-बाटी और चूरमा तैयार किया गया था. इसके अलावा, कढ़ी-चावल, पापड़, बैंगन का भर्ता, सलाद और परंपरागत मिष्ठान सीरा उनकी थाली में परोसा गया. इस दौरान, शाह ने कमल के परिवार से बात भी की
कमल ने कहा, ‘‘विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाहजी मेरे खपड़ैल वाले घर में भोजन करने आये हैं. यह आदिवासी गौंड समाज के लिए गर्व की बात है.’’
अपनी समस्याओं को जिक्र करते हुए कमल ने बताया, ‘‘मैं मेहनत मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से आजीविका चला रहा हूं. मेरे परिवार में नौ सदस्य हैं, जिनमें तीन बच्चे हैं. हम सभी आज भी खुले में शौच जाते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कई महीने पहले भोपाल नगर निगम में आवेदन करके सरकार की योजना के तहत घर में शौचालय बनाने का निवेदन किया था. लेकिन अब तक शौचालय नहीं बन पाया है.’’
शौचालय न बनाने पर जब भोपाल के महापौर आलोक शर्मा से फोन पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ''मैंने भोपाल नगर निगम आयुक्त से इस बात की जानकारी मांगी है.''