नई दिल्ली: आज आयकर विभाग ने दिल्ली और गुरुग्राम में लालू यादव और उनके परिवार से जुड़े 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. ये छापेमारी एक हजार करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति को लेकर की गई. आरजेडी सांसद प्रेम चंद्र गुप्ता के बेटे और लालू की बेटी मीसा भारती के पति शैलेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
ज़्यादा लार मत टपकाओ, गठबंधन अटूट है
इस छापेमारी के बाद लालू यादव लगातार ट्विटर पर मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं. लालू ने ट्वीट कर कहा, ''ज़्यादा लार मत टपकाओ, गठबंधन अटूट है. अभी तो समान विचारधारा के और दलो को साथ जोड़ना है. मैं बीजेपी के सरकारी तंत्र और सरकारी सहयोगियो से नहीं डरता.''
आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा
इससे पहले लालू ने एक ट्वीट में में लालू यादव ने ‘नए गठबंधन साथी’ मिलने पर बधाई की बात कही है. लालू ने ट्वीट किया, ''बीजेपी को नए एलायंस पार्टनर मुबारक हों. लालू प्रसाद झुकने और डरने वाला नहीं है. जब तक आखिरी सांस है फासीवादी ताक़तों के ख़िलाफ़ लड़ता रहूंगा.''
लालू ने सीधे तौर पर केंद्र सरकार को चुनौती दे दी है. इस बीच ‘गठबंधन साथी’ को लेकर कयासों का बाजार गरम हो गया है. सूत्र मान रहे हैं कि नीतीश और लालू के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. क्योंकि, बेनामी संपत्ति के आरोपों पर नीतीश ने ‘जांच’ की बात कही थी.
BJP में हिम्मत नहीं कि लालू की आवाज को दबा सके
इसके साथ ही लालू यादव ने यह भी कहा कि ‘BJP में हिम्मत नहीं कि लालू की आवाज को दबा सके. लालू की आवाज दबाएंगे तो देशभर मे करोड़ो लालू खड़े हो जाएंगे. मैं गीदड़ भभकी से डरने वाला नही हूं.’
लालू ने वकील चितरंजन सिन्हा को बुलाया
इस बीच इनकम टैक्स के छापों को लेकर लालू ने कानूनी सलाह लेने के लिए पटना में अपने आवास पर वकील चितरंजन सिन्हा को बुलाया. वकील के साथ लालू बचाव की रणनीति बनाने में जुटे हैं. हालांकि, सिन्हा का कहना था कि वे किसी पुराने केस के मामले में मिलने आए थे. लालू की पार्टी के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी हमला किया है.
बीजेपी बदले की भावना से काम कर रही- रघुवंश प्रसाद सिंह
लालू की पार्टी के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी हमला किया है. रघुवंश प्रसाद सिंह कहा, ''बीजेपी बदले की भावना से काम कर रही है. सेक्युलर पार्टियों के एकजुट होने मोदी सरकार घबराई हुई है. हम डटकर इसका मुकाबला करेंगे.’ इसी बीच बीजेपी ने नेता सुशील कुमार मोदी ने नए आरोप भी लगा दिए हैं. जबकि केंद्र सरकार की ओर से कहना है कि छापों से पहले काफी सबूत मिले हैं. जांच के बाद ही टिप्पणी की जाएगी.