नोएडा के लड़के ने इंटरनेट सेफ्टी पर बनाया ऐप, गूगल ने दिया अवार्ड
नोएडा के मृगांक पावागी ने एक 'वेबमी'(Webme) नाम का ऐसा ऐप बनाया है जो कि इंटरनेट यूजर्स को गेम के जरिए इंटरनेट सेफ्टी के बारे में बताता है.
नोएडा: नोएडा के 14 साल के एक बच्चे ने एक ऐसा ऐप बनाया है जिससे इंटरनेट चलाने वाले कई लोगों की समस्या का समाधान हो सकता है. अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक नोएडा के मृगांक पावागी ने एक 'वेबमी'(Webme) नाम का ऐसा ऐप बनाया है जो कि इंटरनेट यूजर्स को गेम के जरिए इंटरनेट सेफ्टी के बारे में बताता है.
गूगल ने इस इनोवेशन के लिए मृगांक को सम्मानित किया है. गूगल इंडिया के गूगल वेब रेंजर्स कांटेस्ट में मृगांक को विजेता घोषित किया गया. गूगल इस कांटेस्ट को 2015 से करा रहा है. इस कांटेस्ट का यह उद्देश्य इंटरनेट सेफ्टी से जुड़े इनोवेशन या प्रोजेक्ट को प्रोत्साहित करना है.
विनर्स को गूगल इंडिया की तरफ से एक टैबलेट और प्रोत्साहन प्रमाण पत्र दिया गया. वेबमी एक गेम ऐप है जिसको खेलते हुए यूजर्स को इंटरनेट सेफ्टी की जानकारी मिलती है. मृगांक पावागी नोएडा के विश्व भारती स्कूल में क्लास 8 के स्टुडेंट हैं.
पावागी ने कहा कि लोग इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं लेकिन उसकी सेफ्टी की जानकारी नहीं रखते हैं. उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर इतनी सारी जानकारी है, इसलिए जरुरी है कि इन जानकारियों को सुरक्षित रखा जा सके और इंटरनेट वायरस से बचाया जा सके.
आपको जानकर हैरानी होगी कि पावागी ने सिर्फ चार से पांच हफ्ते में इस ऐप को तैयार किया है और यह एंड्रायड पर उपलब्ध है. मृगांक पावागी ने कहा कि वे भविष्य में कंप्यूटर साइंस पढ़ना चाहते हैं.