Noida Twin Towers: कुछ ही देर में ध्वस्त हो जाएगा नोएडा ट्विन टावर, आवारा कुत्तों की जान बचाने में जुटे NGO, देखें वीडियो
Noida Twin Towers Demolition: दोपहर बाद नोएडा स्थित ट्विन टावर्स को गिरा दिया जाएगा. इसके गिराने से पहले लोगों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं एनजीओ आवारा कुत्तों की जान बचाने में जुटे हैं.
Noida Super tech Twin Towers: नोएडा के सेक्टर 93ए स्थित कुतुबमीनार से भी ऊंचे बने ट्विन टावर्स (Noida Twin Towers) को आज दोपहर 2:30 बजे ध्वस्त कर दिया जाएगा. इसके लिए पिछले कई दिनों से प्रशासन और नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) तैयारी में जुटी है. ध्वस्त करने से पहले एहतियात के तौर पर आसपास की सोसायटी से इंसान ही नहीं बल्कि जानवरों तक को हटा दिया गया है. लोगों को स्वास्थ्य एडवायजरी (Health Advisory) जारी की गई है. उस तरफ के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, आसपास के लोगों को छतों पर जाने से भी मना किया गया है.
ट्विन टावर के गिराने के बाद धूल का जो गुबार उठेगा वह आसपास रहने वाले लोगों की सेहत के लिए भी काफी हानिकारक हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं. लोगों को अपनी जान की फिक्र है, अपने स्वास्थ्य की फिक्र है, लेकिन वहीं कुछ सामाजिक संस्थाएं हैं जो ट्विन टावर के आसपास घूमने वाले आवारा कुत्तों को बचाने में लगे हैं. उनका कहना है कि सुबह से अबतक उन्होंने कई आवारा कुत्तों को आसपास की जगह से हटा दिया है.
देखें वीडियो
#WATCH via ANI Multimedia | A combined force of NGOs engaged in rescuing street dogs ahead of the demolition of Noida's #SupertechTwinTowershttps://t.co/7rv8axr3MJ
— ANI (@ANI) August 28, 2022
आखिर क्यों गिराई जा रही इतनी ऊंची इमारत
नोएडा में बने ट्विन टावर को गिराने के पीछे भ्रष्टाचार मूल वजह है. यह ट्विन टावर बनने के साथ ही विवादों में आ गया था और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था. इस इमारत को बनाने में बहुत बड़ी हेरफेर की बातें सामने आई थीं. हाईकोर्ट के बाद बात सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची थी. कोर्ट ने इसे गिराने के आदेश दिए थे. कोर्ट के आदेश के बाद से ही इसे गिराने की पूरी योजना तैयार की गई और रविवार की दोपहर बाद 2.30 बजे सुपरटेक के ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया जाएगा. नोएडा सेक्टर 93ए में स्थित ये टावर दिल्ली स्थित कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं और देश में पहली बार ऐसा हो रहा है कि इतनी ऊंची इमारतों को गिरा दिया जाएगा.
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