Twin Towers Debris Recycling: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) के सेक्टर 93ए में सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Towers) को ढहाए जाने के बाद करीब 30 हजार टन मलबा इकट्ठा हुआ. नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने इस मलबे को रीसायकल करने का काम री सस्टेनेबिलिटी (Re Sustainability) नामक कंपनी को दिया है. जानकारी के मुताबिक, रोजाना करीब 300 टन मलबा रीसायकल किया जाएगा. पूरी तरह से इस काम को निपटाने में करीब तीन महीने का वक्त लगेगा. रीसायकल करने का प्लांट नोएडा में ही लगा है. 


री सस्टेनेबिलिटी के सीईओ मसूद मलिक ने कहा, ''मलबे की रिसाइक्लिंग और इसे निर्माण सामग्री में परिवर्तित करने की इस अहम जिम्मेदारी को लेकर री सस्टेनेबिलिटी खुश है. हम प्रक्रिया में तेजी लाने और सस्टेनेबल रिसोर्स रिकवरी सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी प्रयासों को बेहतर तरीके से लागू करेंगे. उद्योगों के साथ हमारी साझेदारी को देखते हुए हमें उम्मीद है कि रीसायक्लिंग के माध्यम से, विशेष रूप से नोएडा में हमारे निर्माण और विध्वंस संयंत्र द्वारा बनाई गई निर्माण सामग्री के साथ शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार हो सकेगा.’’


मलबे को रीसायकल कर बनेंगे ये प्रोडक्ट


मसूद मलिक ने यह भी कहा कि प्लांट पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में नोएडा अथॉरिटी के साथ मिलकर बनाया गया है. इसमें रीसायकल प्रोडक्ट बन रहे हैं, जिनमें अलग-अलग प्रकार के ईट-पत्थर, टाइल्स, सीमेंट ब्लॉक और कर्व स्टोन शामिल हैं. रिसायकल प्रोडक्ट में मैन्यूफेक्चर्ड सेंड, एग्रीगेट्स, पेवर ब्लॉक और प्री-कास्ट कंक्रीट उत्पाद भी शामिल हैं. री सस्टेनेबिलिटी के सीईओ ने कहा कि प्लांट अलग-अलग तरह के होते हैं. उन्होंने कहा, ''हम कई सारे प्लांट भारत और दूसरे देशों में ऑपरेट कर रहे हैं. 


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पिछले 28 अगस्त को ट्विन टावर 3700 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल कर ढहा दिए गए थे. इस जगह पर सुपरटेक ने 32 मंजिला एपेक्स टावर और 29 मंजिला सियान टावर बनाया था. ट्विन टावर को ध्वस्त करने का काम एडिफिस नाम की कंपनी को दिया गया था.


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