Noida Twin Tower Demolition: ट्विन टावर ढहाने से पहले 500 पुलिसकर्मी किए गए थे तैनात, ये था सुरक्षाबलों का पूरा प्लान
Twin Towers Demolition: पुलिस ने बताया कि एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के आसपास के दो आवासीय सोसाइटी से सभी को निकालने का काम पूरा कर लिया गया था. यातायात विभाग के लगभग 500 कर्मियों को तैनात किया गया था.
Noida Twin Towers Demolition: नोएडा में स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर को रविवार को गिरा दिया गया. विस्फोट के बाद कुछ ही सेकेंड में विशाल इमारत ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिर गई. अवैध रूप से निर्मित इन ट्विन टावर को धराशायी करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के एक साल बाद यह कार्रवाई की गई है. ट्विन टावर को ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक की मदद से गिराया गया. टावर को ढहाने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. बता दें कि नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के भीतर 2009 से ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) टावर निर्माणाधीन थे.
टावर गिरने के दौरान किसी को नुकसान ना हो इसलिए प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी (PAC) के अलावा पुलिस और यातायात विभाग के लगभग 500 कर्मियों को वहां तैनात किया गया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह करीब आठ बजे सेक्टर 93ए में एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के आसपास के दो आवासीय सोसाइटी से सभी निवासियों को निकालने का काम पूरा होने के बाद यातायात मार्ग में भी परिवर्तन किया गया. ध्वस्तीकरण को देखते हुए ट्विन टावर के आसपास के लगभग 500 वर्ग मीटर के क्षेत्र को वर्जित क्षेत्र में तब्दील कर दिया गया था, जहां कि किसी भी इंसान, गाड़ी या जानवर को जाने की अनुमति नहीं दी गई थी.
पुलिस उपायुक्त राजेश एस ने कहा, ‘‘लगभग 400 पुलिस कर्मियों को रविवार को होने वाले ध्वस्तीकरण के लिए तैनात किया गया था.‘‘ राजेश ट्विन टावर से जुड़े निकासी कार्यों की देखरेख के लिए पुलिस के अभियान कमांडर हैं. वहीं, पुलिस उपायुक्त (यातायात) गणेश साहा ने बताया कि विभिन्न सड़कों पर प्रतिबंधों और मार्गों में बदलाव के मद्देनजर वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अलग से 150 से 200 यातायात कर्मियों को तैनात किया था."
साहा के मुताबिक, उनका विभाग यात्रियों को मार्ग परिवर्तन के बारे में सूचित कर रहा है और गूगल मैप इसकी अद्यतन जानकारी उपलब्ध करा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी संदेह की सूरत में लोग जानकारी के लिए नोएडा के यातायात हेल्पलाइन नंबर 99710 09001 पर संपर्क कर सकते हैं.’’
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