Noida Twin Towers Demolition: नोएडा में रविवार को ट्विन टावर (Twin Tower) को ध्वस्त करने के दौरान आस-पास के इलाकों में 101.2 डेसिबल की ध्वनि दर्ज की गयी. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है. अधिकारियों के मुताबिक उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) ने परिवेशीय शोर को मापने के लिए छह मशीनें लगाई थीं और इस माप के लिए ट्विन टावरों के पास के तीन जगहों के आंकड़े लिए गए. तीन मशीनों को पार्श्वनाथ प्रेस्टीज, बारात घर और सिटी पार्क में लगाया गया था. सभी तीन मशीनें विस्फोट स्थल से लगभग 300-500 मीटर की दूरी पर थीं.


आंकड़ों के मुताबिक टावरों को ध्वस्त करने से पहले परिवेशी शोर पार्श्वनाथ प्रेस्टीज में 49.5 डेसिबल, बारात घर में 65.9 डेसिबल और सिटी पार्क में 56.6 डेसिबल दर्ज किया गया था. टावरों को ध्वस्त करने के दौरान पार्श्वनाथ प्रेस्टीज में 84.9 डेसिबल, बारात घर में 101.2 डेसिबल और सिटी पार्क में 89.8 डेसिबल दर्ज किया गया था.


यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘सिटी पार्क में विध्वंस के दौरान ध्वनि का स्तर 101.2 डेसिबल तक पहुंच गया, जो ध्वस्त हो चुके टावरों के सामने स्थित है.’ बता दें कि टावर को ध्वस्त करने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. टावर के ढहने के तुरंत बाद आसपास धुएं का गुबार छा गया जो कुछ मिनट तक बरकरार रहा.


ट्विन टावर को गिराने में कितना समय लगा?
नोएडा में सुपरटेक समूह के ट्विन टावर को रविवार को ध्वस्त करने में केवल 12 सेकेंड का समय लगा. जेट डिमोलिशन्स कंपनी के प्रबंध निदेशक जो ब्रिंकमैन ने यह जानकारी दी. एडिफिस इंजीनियरिंग ने दक्षिण अफ्रीका की जेट डिमोलिशन्स कंपनी के सहयोग से ट्विन टावर को ध्वस्त करने के कार्य को अंजाम दिया. नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के बने ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) नामक दोनों टावर चंद सेकेंड के भीतर जमींदोज हो गए. ट्विन टावर भारत में अब तक ध्वस्त किए गए सबसे ऊंचे टावर में शामिल थे. 


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