कोरोना महामारी से बचने के लिए देशवासियों को अभी दो हफ्ते और घरों में लॉकडाउन रहना होगा. सिर्फ जरूरी सामानों और सेवाओं के लिए ही घर से बाहर निकलने की अनुमति है. लेकिन सरकार ने कुछ जिलों में रियायतें भी दी हैं. ऑरेंज और ग्रीन जोन वाले जिलों में सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों को गैर-जरूरी सामानों की डिलीवरी करने की अनुमति दे दी है. इसका मतलब ये है कि अगर आप रेड जोन में नहीं हैं, तो स्मार्टफोन, कपड़े, किताबें, जूते, घड़ी या किसी दूसरे सामान का ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं.


लॉकडाउन के चलते देश में मार्केट/मॉल अभी भी बंद है. सिर्फ जरूरी सामान जैसे- किराने की दुकान, दवाई, सब्जी, फल की दुकानें की खुली हैं. भारत ने इतिहास में अपना पहला महीना (अप्रैल) ऐसा देखा, जब एक भी मोबाइल फोन ऑनलाइन नहीं बेचा गया. लेकिन अब नए निर्देशों के मुताबिक, ई-कॉमर्स कंपनियां ऑरेंज और ग्रीन जोन में गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री और वितरण फिर से शुरू कर सकते हैं. जबकि रेड जोन में अभी आवश्यक सामानों की ही बिक्री होगी.

देश में रेड ही नहीं बल्कि ऑरेंज और ग्रीन जोन में भी कई गतिविधियों को पहले की तरह बंद रखा गया है. मसलन, स्कूल, कॉलेज, माल, जिम, सैलून, होटल, रेस्टोरेंट, धार्मिक स्थान हर जोन में बंद रहेंगे. इसी तरह हवाई परिवहन, मेट्रो सेवा और सड़क मार्ग से अंतरराज्यीय परिवहन सेवा भी बंद रहेगी.

देश में कितने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन

केंद्र सरकार ने देश के सभी 733 जिलों को तीन जोन में बांट दिया है. कोरोना मरीजों की संख्या के आधार पर इन जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है. देश के 130 जिले रेड जोन में हैं. वहीं 284 जिलों को ऑरेंज जोन और 319 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है.

दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे भारत के मुख्य शहर रेड जोन में हैं. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के 19 जिले रेड जोन में है. जबकि राज्य के 36 जिले ऑरेंज जोन और 20 जिले ग्रीन जोन में हैं. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रकोप है. यहां 36 जिलों में से 14 जिले रेड जोन, 16 जिले ऑरेंज जोन और 6 जिले ग्रीन जोन में हैं. दिल्ली के सभी 11 इलाके रेड जोन में हैं.

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