मेट्रो शहर में रहने वालों पर महंगाई की मार, बिना सब्सिडी वाला एलपीजी गैस सिलेंडर हुआ महंगा
ट्रेन में किराया वृद्धि के बाद अब गैस सिलेंडर का दाम बढ़ा दिया गया है. हालांकि ये मूल्य वृद्धि मेट्रो में रहनेवाले लोगों तक सीमित रहेगी. नन सब्सिडाइज्ड एलपीजी गैस सिलेंडर का दाम बढ़ने से उपभोक्ताओं पर अधिकतम 149 रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
नई दिल्ली: मेट्रो शहरों में रहनेवाले लोगों पर महंगाई की मार पड़ने वाली है. सरकारी तेल कंपनियों ने सिलेंडर के दामों में वृद्धि का एलान किया है. हालांकि ये वृद्धि बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों पर की गयी है. मगर इतना तय है कि अब उन्हें पहले के मुकाबले 149 रुपये से ज्यादा चुकता करने होंगे. ग्राहकों को अगर 13वां सिलेंडर लेना होगा तो फिर उन्हें 12 के बाद बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर दिये जाने का प्रावधान है.
मेट्रो शहरों में नन सब्सिडी सिलेंडर के दाम बढ़े
इंडियन आयल के मुताबिक, दिल्ली में इंडेन गैस सिलेंडर की कीमत 144.50 रुपये से बढ़कर 858.50 रुपये हो गयी है. कोलकाता में रहनेवाले लोगों की जेब पर 149 रुपये का अतिरिक्त भार पड़ा है. यानी उन्हें 896 रुपये सिलेंडर पर खर्च करने होंगे. जहां तक मुंबई की बात है तो ग्राहकों को 145 के इजाफे के साथ 829.50 रुपये देने होंगे. चेन्नई की बात करें तो यहां उपभोक्ताओं को 147 रुपये का बोझ बर्दाश्त करते हुए 881 रुपये सिलेंडर के बदले चुकाने होंगे.
2019 के सिंतबर महीने से अबतक छठी बार वृद्धि
2019 के सिंतबर महीने से अबतक आयल कंपनियों ने छठी बार कूकिंग गैस के दाम में इजाफा किया है. पिछली बार एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 2020 के जनवरी महीने में बढ़ाया गया था. एलपीजी सिलेंडर की दरें हर महीने की पहली तारीख को निर्धारित की जाती हैं. दरों का निर्धारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन और विदेशी मुद्रा के उतार चढ़ाव को देखते हुए किया जाता है. सरकार उपभोक्ताओं को 12 सिलेंडर तक ही सब्सिडी देती है. उसके बाद उन्हें बाजार दर से खाना बनाने के लिए ईंधन खरीदना पड़ता है.
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