गुवाहाटी: पूर्वोत्तर के राज्य आसम और त्रिपुरा और मणिपुर में बाढ़ से जूझ रहे हैं. त्रिपुरा में बाढ़ की वजह से तीन लोगों की जान जा चुकी है. 189 राहत शिविरों में 40 हजार से ज्यादा लोग फंसे हैं. असम में तो 17 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 4 लाख लोग बेघर हो गए हैं. मणिपुर में बाढ़ से सात लोगों की मौत हो गई है. पिछले 24 घंटे में त्रिपुरा और मिजोरम में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक पिछले 24 घंटे में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से चार लोगों की मौत हो गयी.


एएसडीएमए ने बताया कि असम के होजाई, कर्बी आंगलांग पूर्व, कर्बी आंगलांग पश्चिम, गोलाघाट, करीमगंज, हैलाकांडी और कछार जिले में बाढ़ से 4.25 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. सबसे ज्यादा करीमगंज प्रभावित हुआ है. यहां 1.95 लाख से ज्यादा लोगों को बाढ़ की त्रासदी का सामना करना पड़ा है. हैलाकांडी में तकरीबन 1.89 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. एएसडीएमए ने बताया कि 716 गांव बाढ़ की चपेट में है और 3,292 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गयी है.



पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रणव ज्योति शर्मा ने बताया कि बंदरखल दमचारा स्टेशन के बीच भूस्खलन के कारण लुमडिंग-बदरपुर खंड पर ट्रेन सेवा ठप है. मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में बाढ़ की वजह से एक व्यक्ति की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़ कर सात हो गई है.


आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंफाल में आज सुबह बारिश में कमी आई लेकिन थोउबल, इंफाल वेस्ट और बिष्णुपुर में स्थिति में अब भी सुधार नहीं हुआ है. राहत एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इंफाल वेस्ट जिले में कल एक उफनती नदी में डूबने से एक मछुआरे की मौत हो गई. रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों की संख्या बढ़कर 22,624 हो गई है. बाढ़ से 1.8 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.



त्रिपुरा में बाढ़ से बने हालात में कुछ सुधार हुआ है जबकि राज्यभर के 189 राहत शिविरों में अब भी 40 हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. मिजोरम में तलवंग और लांगकी नदी में जलस्तर घटने से स्थिति थोड़ी ठीक हुई है. आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लुंगलेई जिले में तलवंग और लांगकी नदी में जलस्तर घटने लगा है लेकिन 500 से ज्यादा परिवार विस्थापित हुए हैं.


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