नई दिल्लीः 2019 चुनाव से पहले पूरब में बीजेपी के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा. त्रिपुरा में प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी गठबंधन सरकार बना रही है. यहां बीजेपी गठबंधन को 59 में से 43 सीटों पर जीत मिली है. वहीं नागालैंड में भी बीजेपी गठबंधन 29 सीटों के साथ सरकार बनाने जा रही है. इन दोनों ही राज्यों बीजेपी की सरकार बननी तय है. मेघालय में बीजेपी दो सीटों पर सिमट गई.
त्रिपुरा में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
25 साल से सत्ता में रही लेफ्ट को बीजेपी ने हराकर त्रिपुरा में ऐतिहासिक जीत हासिल की. 43 सीटों पर जबरदस्त जीत के साथ बीजेपी गठबंधन राज्य में सरकार बनाने जा रही है. 25 सालों तक त्रिपुरा में सरकार चलाने वाली लेफ्ट के हाथों से उसका ये गढ़ बीजेपी की झोली में आ गया है. त्रिपुरा की कुल 60 सीटों में से 59 सीटों पर मतदान हुए. जिसमें बीजेपी गठबंधन को 43 सीटों पर जीत मिली. अपने गढ़ में सीपीएम को 16 सीटें नसीब हुई हैं.
त्रिपुरा में 1978 में पहली बार राज्य विधानसभा की 60 में से 56 सीटें जीतकर सत्ता संभालने वाले वाम मोर्चा का इस बार के चुनाव जैसा बुरा हाल पहले कभी नहीं हुआ. बीजेपी ने राज्य में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. साल 2013 में यहां बीजेपी खाता भी नहीं खोल पाई थी और कई सीटों पर पार्टी की जमानत भी जब्त हो गई थी. लेकिन इस बड़ी और ऐतिहासिक जीत के साथ मोदी मैजिक अब तक बरकरार है ये संदेश बीजेपी ने दे दिया है.
नागालैंड में बीजेपी गठबंधन के साथ बना सकती है सरकार
नागालैंड में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में जोरदार प्रदर्शन किया और अब सरकार बनाने का दावा कर रही है. बीजेपी, जेडीयू के समर्थन से सरकार बनाएगी. जेडीयू ने समर्थन की चिट्ठी सौंप दी है.
59 सीटों पर यहां मतदान हुए. बीजेपी ने इस बार एनडीपीपी के साथ गंठबंधन किया था, जिसका बीजेपी को बड़ा फायदा मिला है. राज्य में बीजेपी गठबंधन 27 सीटों पर अपना कब्जा जमाया. वहीं एनपीएफ ने 27 सीटों पर जीत हासिल की. जेडीयू ने इस चुनाव में एक सीट अपने नाम करने में सफलता हासिल की है. यहां अन्य पार्टियों से गठबंधन करके सरकार बीजेपी बना सकती है.
साल 2003 से नागालैंड में एनपीएफ सत्ता पर काबिज थी. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट को 60 में से 38 सीटों पर जीत मिली थी. लेकिन इस बार एनपीएफ को बीजेपी से बड़ा झटका मिला है.
मेघालय में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी लेकिन बहुमत से दूर
मेघालय विधानसभा चुनावी नतीजों में कोई भी पार्टी बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं छू सकी. हांलाकि कांग्रेस राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर जरूर उभरी है. 59 सीटों में से 21 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है. वहीं, 19 सीटों पर जीत के साथ नेशनल पीपुल्स पार्टी दूसरे स्थान पर है. मेघालय में बीजेपी केवल दो सीटों पर सिमट कर रह गई है. यूडीपी को 6 सीटों पर जीत मिली है इसके अलावा अन्य के खाते में 11 सीटें गई हैं. मेघालय में सरकार बनाने के लिए 31 सीटों की आवश्यकता है लेकिन चुनावी नतीजों में कोई भी पार्टी ये आंकड़ा अपने नाम नहीं कर सकी है.
सूरत डूबता है तो 'लाल' होता है और उगता है तो 'केसरिया' होता है- मोदी
त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद यहां भाजपा के नवनिर्मित मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप जानते हैं सूरज जब ढलता है तो लाल रंग का होता है और जब सूरज उगता है तो केसरिया रंग का होता है. आज सारे रंग केसरिया हो गए.
पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों का पद तो बढ़ जाता है, लेकिन कद घट जाता है. उन्होंने कहा कि इसके उलट कई राज्यों में भाजपा को जीत दिलाने वाले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का कद बढ़ा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने पास की एक मस्जिद में अजान के वक्त कुछ देर के लिए अपना भाषण रोका. इसके अलावा कुछ पल का मौन धारण कर राजनीतिक हिंसा के कथित पीड़ितों और मारे गए पार्टी कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों में अलगाव की भावना थी, लेकिन उनकी सरकार ने इस भावना को खत्म करने के लिए काफी काम किया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों ने पिछले चार साल में पूर्वोत्तर राज्यों में जितनी रातें बिताई हैं, उतनी रातें तो उससे पहले के तमाम सालों में नहीं बिताई होंगी.
राहुल गांधी पर अमित शाह की चुटकी
2014 में सत्ता के शिखर पर पहुंचने के बाद से ही बीजेपी का विजय रथ आगे बढ़ता जा रहा है. कभी हिन्दी भाषी बेल्ट की पार्टी होने का ठप्पा ढ़ोने वाली बीजेपी ने त्रिपुरा में लेफ्ट का किला ध्वस्त कर जोरदार जीत की दस्तक दे दी है. इस बात को आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज नये पार्टी दफ्तर में मीडिया को संबोधित करते हुए भी रेखांकित किया.
इस जीत के बाद बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुत गांधी पर जोरदार चुटकी ली. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि व्हॉट्सएप पर मैसेज आया है कि इटली में चुनाव है.
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ”तीन राज्यों की जनता को धन्यवाद करना चाहता हूं. 2013 में त्रिपुरा में बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी. मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में विकास को पहुंचाया और जनता ने मोदी सरकार की नीतियों को समझा और उसका साथ दिया, जनता ने विकास के एजेंडा का साथ दिया.”
उन्होंने आगे कहा, ”लेफ्ट इस देश के किसी हिस्से के लिए राइट नहीं है. बंगाल और केरल की जनता लेफ्ट की हिंसा वाली राजनीति से पीड़ित है. जहां भी लेफ्ट की सरकार है वो राज्य बेहद गरीब हैं. त्रिपुरा में 20 आदिवासी सीटों पर बीजेपी की जीत हुई है. इस नतीजे से पूर्वोत्तर में पार्टी का आत्मविश्वास बढ़ा है. लोकतंत्र में सरकार कैसे चलती है ये बीजेपी ने दिखा दिया है. मोदी जी के नेतृत्व में जीत का ये सिलसिला बरकरार रहेगा.”
कार्यकर्ताओं की तारीफ में शाह ने कहा, ”त्रिपुरा में हमारा नारा था चलोपलटाई. त्रिपुरा की जनता ने हमें बहुमत दिया है. आज सबसे ज्यादा आनंद हमारे बंगाल और केरल के कार्यकर्ता को है जिन्होंने लेफ्ट की हिंसा झेली है और पार्टी को जीत दिलाई. बीजेपी का स्वर्णिम युग आना बाकी है.”