नई दिल्ली: महाराष्ट्र की लगभग आधी आबादी शहरों में रहती है. खासकर उत्तर भारतीय राज्यों में रोजगार की कमी की वजह से महाराष्ट्र के शहरों में उत्तर भारतीय लोगों की संख्या अब बढ़ती जा रही है. ये लोग अब चुनाव में अहम रोल भी कई सीटों पर निभा रहे हैं. महाराष्ट्र में मुंबई, नई मुंबई, नागपुर, पुणे, ठाणे, कोल्हापुर, औरंगाबाद, कल्याण, अकोला जैसे अनेक शहरों में बड़ी संख्या में उत्तर भारत के लोग हैं. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और आसपास के शहरों में ही विधानसभा की 45 से अधिक सीटे हैं. इसके अलावा ठाणे-कल्याण, नागपुर, औरंगाबाद, पुणे आदि शहरों की सीटों को जोड़ लें तो करीब 100 से अधिक ऐसी सीटें जहां उत्तर भारतीय मौजूद हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय कांग्रेस के परंपरागत वोटर रहे हैं. मोदी लहर के बाद उत्तर भारतीयों ने कांग्रेस का दामन झटक दिया. कांग्रेस की बुरी हालत के बाद उत्तर भारतीयों ने बीजेपी की तरफ झुकाव दिखाया. एनडीए सरकार में उत्तर भारती लोगों को प्रतिनिधित्व देने की मंशा से विद्या ठाकुर को राज्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन बीजेपी शिवसेना अभी भी उत्तर भारतीय लोगों को टिकट देने में कंजूसी दिखाती है. सूत्रों के मुताबिक मुंबई के आसपास शहरों में अभी भी कांग्रेस उत्तर भारतीय लोगों को टिकट देने में भरोसा दिखा सकती है. हालांकि जमीनी सच्चाई यह भी है कि उत्तर भारत के बड़े चेहरे कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है. 2014 के बाद से ही तमाम स्थानीय उत्तर भारतीय नेता कांग्रेस को छोड़ बीजेपी का दामन पकड़ लिये.
सूबे की सियासत में अभी भी चर्चा जोरो पर है कि बीजेपी शिवसेना की तुलना में कांग्रेस अभी भी उत्तर भारतीय उम्दीवार उतारने में उदारता दिखाएगी. 288 विधानसभा सीट वाली महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उत्तर भारतीय किसके पाले में बैठेंगे यह तो भविष्य के गर्भ में छुपा है लेकिन पिछले दो चुनाव में उत्तर भारतीय लोगों का झुकाव परंपरागत कांग्रेस की तुलना में बीजेपी की तरफ ज्यादा हुआ है. इसे मोदी लहर का असर माना जाता है. इस बार कांग्रेस उत्तर भारतीय अधिक उम्मीदवार उतारती है तो क्या अपने इस परंपरागत वोटर को साध पाएगी?
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महाराष्ट्र : 2014 के विधानसभा चुनाव का परिणाम
कुल सीटें - 288
बीजेपी – 122 (27.81%)
शिवसेना – 63 (19.35%)
कांग्रेस – 42 (17.95%)
एनसीपी - 41 (17.24%)
सीपीएम – 1 (0.39%)
एमएनएस – 1 (3.15%)
एआईएमआईएम – 2 (0.93%)
एसपी – 1 (0.17%)
राष्ट्रीय समाज पक्ष – 1 (0.49%)
निर्दलीय – 7 (4.71%)
बहुजन विकास अघाडी – 3 (0.62%)
भारिपा बहुजन महासंघ – 1 (0.89%)
वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी के पाले में करीब 27 प्रतिशत तो शिवसेना के करीब 19 प्रतिशत आये. वहीं, कांग्रेस और एनसीपी करीब करीब महज 17-17 प्रतिशत वोट बटोर सके.
एबीपी न्यूज -सी वोटर ओपिनियल पोल
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें है और बीजेपी और उसके सहयोगियों को में 205 सीटों पर जीत हासिल हो सकती हैं. वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगियों को 55 सीटों पर जीत मिल सकती है. अन्य को 28 सीटें मिलने का अनुमान है. महाराष्ट्र में सबसे बड़ी समस्या पानी और बेरोजगारी है. वहीं, मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़ी पसंद देवेंद्र फडणवीस हैं.