Bribery case: रिश्वतखोरी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने रेलवे के एक मुख्य अभियंता इलेक्ट्रिकल वीके उपाध्याय को गिरफ्तार किया है. इसके पहले सीबीआई ने इस मामले में नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे मालेगाव गुवाहाटी में तैनात उप प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता रंजीत कुमार तथा दो अन्य को गिरफ्तार किया था. इन लोगों के यहां छापेमारी के दौरान लगभग सवा दो करोड़ रुपए की नकदी व अनेक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं.


सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक


सीबीआई की शाखा ने 15 लाख रुपए की रिश्वत लेनदेन के मामले में नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे गुवाहाटी में तैनात उप प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता रंजीत कुमार एक निजी कंपनी के निदेशक चिंतन जैन और उसके कर्मचारी नीरज कुमार को गिरफ्तार किया था. जांच के दौरान पता चला कि रिश्वतखोरी की इस मामले में प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता वी के उपाध्याय की भी भूमिका है. आरंभिक जांच के बाद सीबीआई ने वीके उपाध्याय को भी गिरफ्तार कर लिया.


सीबीआई के मुताबिक जब इन लोगों के यहां छापेमारी की गई तो प्रमुख अभियंता के ठिकाने से दो करोड़ 13 लाख रुपए की नकदी के साथ नोएडा में 3 आवासीय फ्लैटों की बाबत दस्तावेज भी मिले. इसके अलावा उप प्रमुख अभियंता के ठिकाने से 6 लाख रुपए की नकदी के साथ 6 फ्लैट के दस्तावेज मिले.


यह फ्लैट उप प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता के परिजनों के नाम बताए जाते हैं. ध्यान रहे कि यह मामला सीबीआई ने उस जानकारी के आधार पर दर्ज किया था जिसमें बताया गया था कि निजी कंपनी के निदेशक को उप प्रमुख विद्युत अभियंता ने अपने पद पर रहने के दौरान अवैध लाभ पहुंचाया था और बदले में अवैध लाभ प्राप्त किया था.


जब यह अभियंता ट्रांसफर होकर गुवाहाटी चला गया तो उसने वहां से भी उक्त कंपनी के निदेशक से कहा कि यदि वह भविष्य में भी अवैध लाभ प्राप्त करता रहना चाहता है तो उसे दो करोड़ रुपए की रकम देनी होगी .आरोप के मुताबिक उक्त कंपनी के निदेशक ने यह पेशकश स्वीकार कर ली और किस्तों में पैसा उप प्रमुख अभियंता के पास पहुंचाया जाने लगा.


ऐसे ही 15 लाख रुपए की किस्त के दौरान सीबीआई ने रिश्वत दे रहे और रिश्वत ले रहे दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान अब इस मामले में प्रमुख इलेक्ट्रिकल अभियंता का नाम आने और गिरफ्तारी हो जाने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है. ध्यान रहे कि इसके पहले भी गुवाहाटी में तैनात रेलवे के एक अति वरिष्ठ अधिकारी को रिश्वत लेने में गिरफ्तार किया गया था मामले की जांच जारी है.


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