Northeast States Election 2023: पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद इसके नतीजों का भी वक्त आ गया है. आज, गुरुवार (02 मार्च) इन सभी राज्यों की मतगणना शुरू हो जाएगी. तीनों राज्यों में इसके लिए कितनी सुरक्षा है, कितने मतदान केंद्रों पर वोटों की गिनती की जाएगी और कितने प्रत्याशी मैदान में हैं इसकी पूरी जानकारी आपको इस रिपोर्ट में मिल जाएगी.


सबसे पहले बात करते हैं मेघालय की. 60 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में 59 सीटों पर मतदान हुआ था क्योंकि यहां पर एक प्रत्याशी का निधन हो गया. यहां पर 3 हजार 419 मतदान केंद्र बनाए गए, जिनमें 120 मतदान केंद्र महिला प्रबंधित हैं और 60 मॉडल, पीडब्ल्यूडी मतदान केंद्र भी शामिल हैं. राज्य की 59 सीटों पर 369 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई है जिनमें 36 महिलाएं भी शामिल हैं. सभी 12 जिलों में और एक अनुमंडल में 13 मतगणना केंद्र हैं. मतगणना के लिए 27 मतगणना पर्यवेक्षक और 500 माइक्रो पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं. वहीं, अगर राज्य में सुरक्षा की बात की जाए तो चुनाव आयोग ने मेघालय में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 119 कंपनियों को तैनात किया है.


नगालैंड का क्या है हाल?


इस राज्य में भी 60 विधानसभा सीटें हैं और 59 सीटों पर मतदान हुआ क्योंकि यहां पर बीजेपी के एक प्रत्याशी को निर्विरोध चुन लिया गया है. वोट डालने के लिए कुल 2 हजार 351 बूथ बनाए गए. इनमें से मेराप पोलिंग स्टेशन-71 में मतदाताओं की सबसे कम संख्या दर्ज की गई है जो 37 है. वहीं, उसुतोमी मतदान केंद्र-12 में मतदाताओं की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई है, जो 1 हजार 348 है.


59 विधानसभा सीटों पर कुल 183 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा है. वहीं मतगणना केंद्र की अगर बात करें तो राज्य में 16 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. वहीं, सुरक्षा की अगर बात की जाए तो पिछले 72 घंटों के लिए भारत के चुनाव आयोग के एसओपी के अनुसार, सभी अंतरराज्यीय सीमाओं को अवांछित तत्वों और सामग्रियों से रोकने के लिए सील कर दिया गया है. 


त्रिपुरा के बारे में क्या?


पूर्वोत्तर के इस राज्य में भी 60 सीटें हैं और यहां पर पूरी 60 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. इसके लिए 31 हजार मतदान कर्मी तैनात किए गए. 60 सीटों पर हुए चुनाव में 259 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है. यहां वोटों की गिनती में 25 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. राज्य में बीजेपी 55, आईपीएफटी-5, सीपीआईएम 43, कांग्रेस 13, टिपरा मोथा 42 और तृणमूल कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. राज्य में कुल 20 महिला प्रत्याशी हैं, जिसमें 11 प्रत्याशी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.


त्रिपुरा में कौन कहां से लड़ रहा चुनाव


त्रिपुरा में चुनाव के दौरान 16 फरवरी से दो दिनों के अंतराल में हिंसा की 18 घटनाओं में 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. मुख्यमंत्री माणिक साहा बोरोदावली नगर से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस ने आशीष कुमार साहा को मैदान में उतारा है. माणिक साहा ने पिछले साल मई में बिप्लब कुमार देब की जगह मुख्यमंत्री का पद संभाला था. वहीं, चारिलम सीट से उपमुख्यमंत्री जिष्णु देबबर्मा चुनाव लड़ रहे हैं.


वहीं, त्रिपुरा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य बनमालीपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने पहले इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था. सीपीआईएम के राज्य महासचिव जितेंद्र चौधरी सबरूम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को धनपुर सीट से उतारा है. भौमिक केंद्रीय मंत्री बनने वाली त्रिपुरा की पहली और पूर्वोत्तर की दूसरी महिला हैं. टिपरा मोथा ने इस सीट पर भौमिक के खिलाफ अमिय दयाल नोतिया को उतारा है.  


बीजेपी ने राधाकिशोरपुर सीट से मौजूदा विधायक प्रणजीत सिंह रॉय को मैदान में उतारा है. उन्हें सीपीआई-एमएल के पार्थ कर्मकार के खिलाफ खड़ा किया गया है. अगरतला में बीजेपी के पापिया दत्ता का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार सुदीप रॉय बर्मन से होगा.


बीजेपी पिछले चुनाव में आईपीएफटी के साथ गठबंधन में सत्ता में आई थी और वाम मोर्चे को बेदखल कर दिया था. वाम मोर्चा 1978 से 35 सालों तक राज्य के सीमावर्ती इलाकों में सत्ता में रहा था.


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