Winter Season: दिल्ली, UP समेत शीत लहर की चपेट में आए कई राज्य, जानें कब मिलेगी कड़ाके की ठंड से राहत
Winter Season: इन दिनों उत्तरपश्चिमी भारत में शीत लहर का प्रकोप देखने को मिल रहा है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है.
Winter Season: हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप जारी है और अगले तीन दिनों तक राहत मिलने के आसार नहीं है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को बताया कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्तिस्तान और मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश भी शीत लहर की चपेट में हैं.
राजस्थान के चुरू में शून्य के नीचे पहुंचा पारा
उत्तरपश्चिमी भारत में राजस्थान के चुरू में सबसे कम शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया. इसके बाद सीकर में शून्य से 2.5 डिग्री से. नीचे और अमृतसर में शून्य से 0.5 डिग्री से. नीचे तापमान दर्ज किया गया. सफदरजंग वेधशाला ने दिल्ली में अभी तक इस मौसम का सबसे कम 4.6 डिग्री से. न्यूनतम तापमान दर्ज किया. लोधी रोड में स्थित मौसम केंद्र ने न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री से. दर्ज किया. उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा.
तीन दिनों तक कोई राहत नहीं
आईएमडी ने उत्तरपश्चिमी भारत में अगले तीन दिनों तक शीत लहर चलने का अनुमान जताया है और उसके बाद इससे राहत मिल सकती है. अगले दो दिनों में उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों और पंजाब तथा हरियाणा में 23 और 24 दिसंबर को घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है.
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शीत लहर के बढ़ने का अनुमान
मौसम कार्यालय ने बताया कि उत्तरपश्चिमी भारत के मैदानी इलाके मंगलवार तक 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ठंडी और शुष्क हवाओं की चपेट में रहेंगे, जिससे ‘‘शीत लहर और ठंड का प्रतिकूल असर बढ़ जाएगा.’’ आईएमडी के अनुसार, जब दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच होती है तो उसे ‘‘बेहद घना’’ कोहरा कहा जाता है, 51 से 200 मीटर के बीच को ‘‘घना’’, 201 से 500 के बीच को ‘‘मध्यम’’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच को ‘‘हल्का’’ कोहरा जाता है.
अगर मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है. जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक चला जाता है और सामान्य से 4.5 डिग्री से. नीचे रहता है तो भी शीत लहर की घोषणा की जाती है.
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