नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. कई राज्यों में कोरोना के मामलों में गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन कुछ राज्यों में संकट थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले 24 घंटों में 90 संक्रमितों ने अपनी जान गंवा दी. अच्छी बात ये है कि 22 राज्यों में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है और यहां संक्रमितों की संख्या में भी कमी आई है. लेकिन महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है.


बीते दिन महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 40 मौतें हुईं. एक्टिव केस की संख्या में भी 3674 का इजाफा हुआ है. इसके बाद सबसे ज्यादा मौत केरल (13) में हुई. हालांकि केरल में एक्टिव केस की संख्या 1204 कम हुई है. इसके अलावा पंजाब में 8, तमिलनाडु में 6, कर्नाटक में 5, बंगाल में 4 संक्रमितों की कोरोना से मौत हुई है.


कहां नहीं हुई एक भी मौत
बीते दिन 22 राज्यों में कोरोना से एक शख्स की मौत नहीं हुई है. ये 22 राज्य हैं- अंडमान व नोकोबार, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, लद्दाख, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, उड़ीसा, पुड्डुचेरी, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड.

देश में पिछले 24 घंटों में 11 राज्यों में 2507 एक्टिव केस बढ़े हैं. ये 11 राज्य हैं- चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटका, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पुड्डुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा.


भारत में कुल 1.10 करोड़ संक्रमित
देश में कोविड-19 के 14,264 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,09,91,651 हो गई. लगातार छठे दिन नए दैनिक मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. कल संक्रमण से 90 नई मृत्यु होने से देश में इस महामारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,56,302 हो गई. बीमारी से ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 1,06,89,715 हो गई है, जिससे देश में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 97.25 फीसदी है. वहीं, मृत्यु दर 1.42 फीसदी है. देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1.5 लाख के नीचे बनी हुई है.


भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख के आंकड़े को पार कर गए थे, जबकि 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख का आँकड़ा पार किया था. 28 सितंबर को यह 60 लाख के पार चला गया, जबकि 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार किया था. भारतीय चिकित्सा अनुसांधन परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 20 फरवरी तक देशभर में कुल 21,09,31,530 नमूनों की जांच हुई है.


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