पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस का अब तक कोई पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि इस वायरस को लेकर जो भी कदम उठाए जाने चाहिए वो किए जा रहे हैं. आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. सदर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है.


स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक बिहार में कोरोना के 52 सैंपल आए. इन सैंपल की जांच रिपोर्ट में एक भी मामला पॉजिटिव नहीं पाया गया है. उन्होंने बताया कि नेपाल से सटे सात जिलों में निगरानी के लिए सात अपर निदेशक स्तर के चिकित्सक अधिकारियों को तैनात किया गया है. इन सभी सात जिलों से 49 रास्ते जो बिहार को नेपाल से जोड़ते हैं, वहां स्क्रीनिंग का काम किया जा रहा है. अभी तक वहां भी कोई मरीज पॉजिटिव नहीं मिला है.


मंगल पांडेय ने बताया कि गया हवाई अड्डे और पटना हवाई अड्डे पर भी स्क्रीनिंग की व्यवस्था है. हम सचेत हैं और आम लोगों से अपील है कि घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन जो-जो आवश्यक बातें बताई जा रही हैं, उन्हें ध्यान में रखने की जरूरत है. मास्क की जरूरत है, उसे जरूर उपलब्ध कराया जाएगा. हम कोशिश कर रहे हैं कि इसकी कमी न हो. पैनिक होने की जरूरत नहीं है. डॉक्टरों का कहना है कि सभी को मास्क की आवश्यकता नहीं है.


वहीं बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि आज की तारीख में 142 मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया था. इसमें से 72 को छोड़ा जा चुका है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी स्कूल 31 मार्च तक बंद रहेंगे. आगामी बिहार दिवस को भी तत्काल स्थगित कर दिया गया है. अप्रैल में इसके बारे में फिर से विचार किया जाएगा. पटना एम्स और आईजीएमएस में जांच की व्यवस्था है. विदेशी पर्यटकों के आने पर रोक नहीं है.