नई दिल्ली: बीजेपी का फूल छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाले नवजोत सिंह सिद्धू से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. खबरों की मानें तो नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.


क्या है मामला?
दरअसल नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत हुई है. इनमें अमृतसर, पटियाला और जालंधर शहर में मेयर चुने जाने हैं. अमृतसर में कल और जालंधर, पटियाला में 25 को मेयर चुने जाएंगे. इसके लिए कैप्टन ने अपने चार मंत्रियों को इसके लिए ड्यूटी पर लगाया है.


इन मंत्रियों में नवजोत सिंह सिद्धू को जगह नहीं दी गई है. जानकारी के मुताबिक कैप्टन किसी भी जरूरी मसले पर सिद्धू से राय तक नहीं ले रहे हैं. सियासी गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू और कैप्टन में सबकुछ ठीक नहीं है और कैप्टन सिद्धू को किनारे लगाना चाहते हैं.


पिछले साल जब विधानसभा के चुनाव होने थे तब सिद्धू पाला बदलकर बीजेपी से कांग्रेस में गये थे. जीतने के बाद चर्चा थी कि डिप्टी सीएम बनेंगे लेकिन हाल ऐसा हो गया कि मन मुताबिक मंत्रालय तक नसीब नहीं हुआ. फिलहाल निकाय और संस्कृति मंत्रालय देख रहे हैं.


सिद्धू बीजेपी अकाली गठबंधन से खुश नहीं थे. बीजेपी अकाली को छोड़ने को राजी नहीं थी नतीजा हुआ कि सिद्धू ने कांग्रेस के साथ जाकर अगली राजनीतिक पारी शुरू की. माना जाता है कि सिद्धू और कैप्टन की जोड़ी बनने की वजह से पिछले साल कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की.


कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 39 फीसदी वोट मिले और 77 सीट मिली. बीजेपी-अकाली गठबंधन को 31 फीसदी वोट मिले और 18 सीट मिली. आम आदमी पार्टी गठबंधन को 25 फीसदी वोट मिले और 22 सीट मिली.


वोट फीसदी के लिहाज से देखें तो कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी गठबंधन ज्यादा पीछे नहीं है. अब जिस तरीके से पहले करप्शन में एक मंत्री फंसा और अब सिद्धू की नाराजगी सामने आ रही है कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं माने जा सकते.