मंत्री ने कहा, "पिछले तीन सालों में रेलवे में संप्रग दो यानि मनमोहन सरकार की तुलना में दोगुना धन आवंटित किया गया, और इस साल (वित्त वर्ष 2017-18) हमने करीब 1.31 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है. रेलवे को सुरक्षा और यात्री सुविधाएं बढ़ाने के लिए भारी धन राशि दी गई है."
उन्होंने कहा, "मेरी प्राथमिकता रेलवे में यह देखना है कि यह खुद अपने आंतरिक श्रोतों से कैसे कमाई कर सकता है. इसलिए रेलवे को आंतरिक स्त्रोतों से कमाई करनी होगी. कई संपत्तियां हैं, जिससे रेलवे पैसा बना सकता है." रेलवे अपने श्रोतों से इकट्ठा किए गए धन से, 'अपनी सेवाओं को सुधारेगा, कुशलतापूर्वक चलाएगा और लोगों की सेवा करेगा.' अगले बजट में किराया बढ़ाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, "मैं समझता हूं कि हमें किराया बढ़ाने के बजाए कुशलता बढ़ानी चाहिए."