नई दिल्ली:  इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बाद अब एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी महरम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एलान पर सवाल उठाते हुए उनपर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि विदेशी सरकार जो काम पहले ही कर चुकी है उसका श्रेय प्रधानमंत्री को नहीं लेना चाहिए.

सऊदी हज अथॉरिटी ने दी है इजाजत- ओवैसी

हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ‘’सऊदी हज अथॉरिटी ने 45 साल से अधिक किसी भी देश की मुस्लिम महिला को बगैर महरम हज पर जाने की अनुमति दी है.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘’जो काम विदेशी सरकार ने किया उसका श्रेय पीएम मोदी को नहीं लेना चाहिए.’’

क्या कहा था पीएम मोदी ने?

दरअसल ये विवाद ऐसे समय में उठा है जब पीएम मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 2017 के अंतिम संस्करण में रविवार को कहा ‘मैंने देखा है कि अगर कोई मुस्लिम महिला हज यात्रा के लिए जाना चाहती है तो वह बिना ‘महरम’ (पुरुष संरक्षक) के नहीं जा सकती और जब मैंने इस बारे में पता किया तो मुझे पता चला कि वह हम लोग ही हैं, जिन्होंने महिलाओं के अकेले हज पर जाने पर रोक लगा रखी है. इस नियम का कई इस्लामिक देशों में अनुपालन नहीं किया जाता.’’ मोदी ने कहा कि इस रोक को हटाने के बाद 1300 ऐसी महिलाओं ने हज यात्रा के लिए आवेदन किया है.

AIMPLB ने भी जताया विरोध

वहीं मुस्लिम महिलाओं के बिना महरम के हज यात्रा पर जाने के पीएम मोदी के ऐलान पर भड़के ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने विरोध जताया है. AIMPLB के सेक्रेटरी मौलाना अब्दुल हामिद अजहरी ने कहा है, ‘’मुस्लिम महिलाओं के बिना महरम के हज यात्रा पर जाने का मसला पूरी तरह से धार्मिक है. यह ऐसा मामला नहीं है, जिस पर संसद में कानून बनाया जा सके.’’