Gurpatwant Singh Pannun Dossier: खालिस्तान समर्थक और अमेरिका आधारित प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक डोजियर (फाइल) तैयार किया है. डोजियर में बताया गया है कि पन्नू भारत को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर कई देश बनाना चाहता है.
डोजियर के मुताबिक, वह धार्मिक आधार पर देश का विभाजन करना चाहता है. वह मुसलमानों को बहला-फुसलाकर एक मुस्लिम देश बनाना चाहता है, जिसका नाम डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ उर्दुस्तान रखना चाहता है. वह कश्मीर के लोगों को भी भड़काना चाहता है. उसकी मंशा कश्मीर को भारत से अलग करने की है. डोजियर के मुताबिक, देशभर में पन्नू के खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं. दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में उस पर मामले दर्ज हैं.
पिछले आतंकी घोषित किया गया था गुरपतवंत सिंह पन्नू
1947 में देश के विभाजन के समय पन्नू पाकिस्तान से अमृतसर के खानकोट गांव आया था. उसने पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई की और वहां से कानून में डिग्री हासिल की. उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है. पन्नू का एक भाई है, जिसका नाम मगवंत सिंह है. वह विदेश में रहता है. गुरपतवंत सिंह पन्नू का संगठन सिख फॉर जस्टिस पंजाब को भारत से अलग कर खालिस्तान बनाने की मांग करता है. पन्नू को 2020 में भगोड़ा घोषित किया गया था और 7 जुलाई 2022 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उसे आतंकी घोषित किया था.
पन्नू पर 9 यूएपीए के मामले हैं दर्ज
पन्नू पर पंजाब के सरहिंद और अमृतसर में यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत मामले दर्ज हैं. दिल्ली में उसके खिलाफ यूएपीए के तहत 4 मामले, गुरुग्राम में एक और हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में एक मामला दर्ज है. एक यूएपीए का मामला एनआईए ने भी पन्नू के खिलाफ दर्ज किया है. इस तरह उसके खिलाफ यूएपीए के 9 मामले दर्ज हैं.
गुरपतवंत सिंह पन्नू के नापाक मंसूबे
पन्नू इंडिया गेट पर खालिस्तान समर्थक झंडा फहराने के लिए ढाई मिलियन अमेरिकी डॉलर की घोषणा कर चुका है. वह कई बार ऑडियो संदेश के जरिये भारत के खिलाफ जहर उगल चुका है. उसने अपने गुर्गों के माध्यम से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में कई बार खालिस्तान समर्थन वाले झंडे और पोस्टर लगवाने की कोशिश की है.