नई दिल्ली:  पाकिस्तान लगातार सीमा पर गोली बरसा रहा है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस धारणा को खारिज किया कि उन्होंने पाकिस्तान को दुनिया में अलग थलग करने के लिए मेहनत की. बल्कि पीएम मोदी ने कहा है कि उन्होंने दुनिया को आतंक के खिलाफ एकजुट करने की कोशिश की है. क्योंकि देश दशकों से इस बुराई से पीड़ित है. उन्होंने कहा है कि भारत और पाकिस्तान बहुत लड़ लिए. अब लड़ना है तो गरीबी से लड़ें.


हमें गरीबी और बीमारी से लड़ना चाहिए- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मेरा देश 40 सालों से आतंकवाद से पीड़ित है. निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. दुनिया में आतंकवाद के खत्मे की जरूरत है.’’ पाकिस्तान के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा ही कहा है कि भारत और पाकिस्तान काफी लड़ चुके हैं और अब हमें गरीबी और बीमारी से लड़ना चाहिए.

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘‘ मैं पाकिस्तान के लोगों से सीधे कहना चाहता हूं कि क्या हमें गरीबी से नहीं लड़ना चाहिए? क्या हमें निरक्षरता से नहीं लड़ना चाहिए? क्या हमें बीमारी ने नहीं लड़ना चाहिए. अगर हम इनसे साथ मिलकर लड़ेगे तब हम जल्दी जीतेंगे.’’

आतंकवाद के खिलाफ अपने कड़े रूख की इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा प्रशंसा करने के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि वह आभारी हैं कि वे भारत और भारत सरकार की इतनी प्रशंसा कर रहे हैं.

 आज मानवता खतरे में है- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि मानवता खतरे में है और मानवता को बचाने के लिये यह महत्वपूर्ण है कि मानवीय मूल्यों में विश्वास रखने वाली ताकतें एकजुट हों. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं मानता हूं कि यह लड़ाई मानवता को बचाने की लड़ाई है.’’  मोदी ने कहा, ‘‘ आपकों मानवीय मूल्यों में विश्वास रखने वाली ताकतों को एकजुट करना होगा  और तभी हम आतंकवादियों को अलग थलग कर सकते हैं और आतंकवाद को परास्त कर सकते हैं.’’

कश्मीर की स्थिति पर भी बोले पीएम मोदी

कश्मीर पर वार्ता के लिये केंद्र का प्रतिनिधि नियुक्त करने के बारे में एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि वार्ता सभी भारतीय नागरिक से होती है और यह जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान ने हमें यह जिम्मेदारी दी है और हम उसका निर्वाह कर रहे हैं. इसमें कोई नई बात नहीं है, यह होती रही है. मैंने लाल किले की प्राचीर से भी यह बात कही है. इसमें कोई परेशानी नहीं है.

उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को मोदी से बात करने का अधिकार है. हम उन सभी के साथ है जिनका संविधान में विश्वास है और जो देश के लिये जीते मरते हैं. यह पूछे जाने पर कि और जिनका संविधान में विश्वास नहीं है, मोदी ने कहा कि तब वे क्यों बात करेंगे.

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