पार्टी चीफ के चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की अधिसूचना, 20 जनवरी को नए अध्यक्ष बन सकते हैं जेपी नड्डा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर चुनाव के लिए सारी तैयारियां कर ली गई हैं. 20 तारीख को चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी. सिर्फ एक कैंडिडेट होने की स्थिति में इसी दिन नए अध्यक्ष के नाम का एलान कर दिया जाएगा.
नई दिल्ली: बीजेपी के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया के तहत ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है. इसके लिए बीजेपी ने अधिसूचना जारी कर दी है. बीजेपी के चुनाव प्रभारी राधा मोहन सिंह की तरफ से जारी की गई अधिसूचना में लिखा है, "भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय संगठनात्मक चुनाव कार्यक्रम की प्रक्रिया के पहले चरण में सदस्यता और सक्रिय सदस्यता के अभियान के बाद 75 फ़ीसदी बूथ समितियों का गठन होने के बाद 50 फ़ीसदी मंडल समितियों का गठन हुआ. इसके बाद देश भर में 60 फ़ीसदी जिलों में विधिवत चुनाव भाजपा के संविधान अनुसार संपन्न होने के बाद 21 प्रांतों का प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चुनाव संपन्न हुआ है. इन सबके बाद आज में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर चुनाव के संबंध में समय-सारणी घोषित करता हूं"
इस अधिसूचना में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कार्यक्रम दिया गया है. कार्यक्रम के मुताबिक चुनाव की प्रक्रिया की शुरुआत 20 जनवरी को होगी. इसके लिए नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत सुबह 10 बजे से 12:30 बजे के बीच चलेगी. नामांकन पत्रों की जांच दोपहर 12:30 बजे से 1:30 बजे के बीच होगी. नाम वापसी की प्रक्रिया 1:30 से 2:30 के बीच होगी. अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार नामांकन पत्र भरते हैं और चुनाव की नौबत आती है तो चुनाव 21 जनवरी को होगा. इसके लिए मतदान सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक किया जा सकेगा.
आपको बता दें कि संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही बीजेपी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है. माना जा रहा है कि जेपी नड्डा जो कि वर्तमान में बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. चुनाव की नौबत अगर नहीं आती है तो 20 तारीख की शाम को ही जेपी नड्डा के निर्वाचन का एलान हो सकता है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौजूद रहने की संभावना है. जेपी नड्डा बीजेपी के 11 वें राष्ट्रीय अध्यक्ष.
जगत प्रकाश नड्डा का जीवन परिचय
जेपी नड्डा का जन्म साल 1960 में पटना में ब्राह्मन परिवार में हुआ. उनके पिता नारायण लाल नड्डा पटना यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रहे. नड्डा की प्राथमिक शिक्षा पटना के सेंट जेवियर स्कूल में हुई और बीए उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से किया. नड्डा के राजनीतिक सफर की शुरुआत आरएसएस की छात्र इकाई एबीवीपी से हुई. उन्होंने 1975 के जय प्रकाश नारायण आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई. इसके बाद नड्डा पैतृक राज्य हिमाचल प्रदेश आ गए और उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली. इसी दौरान 1983 में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्वकालीन कार्यकर्ता के रूप नड्डा ने हिमाचल में ABVP के संगठन मंत्री का कार्य किया.
1985-89 तक नड्डा दिल्ली में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के पुरकालीन कार्यकर्ता के रूप में संगठन मंत्री रहे और दिल्ली में अनेक छात्र आंदोलन का नेतृत्व करते हुए राष्ट्रीय संघर्ष मोर्चा के माध्यम तत्कालीन राजनैतिक स्थितियों में बदलाव का नेतृत्व किया. इसके बाद 1989 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय मंत्री ज़िम्मेदारी निभाई. 1990 में भारतीय जनता पार्टी में संगठन मंत्री की ज़िम्मेदारी के साथ नड्डा हिमाचल प्रदेश भेजे गए. 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा में राष्ट्रीय अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी मिली और तत्कालीन अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में कार्य करते हुए तिरंगा यात्रा में युवाओं के साथ रहे.
स्कूलिंग के दौरान नड्डा ऑल इंडिया जूनियर स्वीमिंग चैम्पियनशिप में बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. नड्डा ने 11 दिसंबर 1991 को मल्लिका से शादी रचाई. उनके दो बच्चे हैं. नड्डा की सास जयश्री बनर्जी लोकसभा सांसद रह चुकी हैं. पहली बार नड्डा 1993 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा पहुंचे और लगातार तीन बार विधायक चुने गए. वे 1994 से 1998 तक विधानसभा में पार्टी के नेता भी रहे. इसके बाद वे दोबारा 1998 में विधायक चुने गये. इस बार उन्हें स्वास्थ्य और संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया. 2007 में फिर से नड्डा चुनाव जीते और प्रेम कुमार धूमल की सरकार में उन्हें वन-पर्यावरण, विज्ञान व टेक्नालॉजी विभाग का मंत्री बनाया गया. 2012 में जेपी नड्डा को राज्यसभा का सांसद चुना गया. उन्हें मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान सौंपी गई.