अब राजधानी दिल्ली के एम्स अस्पताल में एक दिन में पचास हज़ार ब्लड सैंपल टेस्ट किए जा सकेंगे और इसकी रिपोर्ट महज दो से तीन घंटे में उपलब्ध होगी. इसके लिए खास लैब तैयार किया गया है जहां ये सुविधा होगी. फिलहाल ये सुविधा इमरजेंसी और अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए होगी. एम्स प्रशासन का मानना है इसे मरीजों के इलाज में काफी मदद मिलेगी.


देश के सबसे बड़े और प्रतिष्टित अस्पताल एम्स के इमरजेंसी और वार्ड में भर्ती मरीजों के इलाज में तेजी और बेहतर करने के लिए खास तरह की लैब की शुरुआत हुई है. इस लैब में अब सिर्फ दो से तीन घंटो में 56 तरह के ब्लड टेस्ट किए जा सकेंगे. खास बात ये है कि इसके लिए सिर्फ एक ही वायल खून का नमूना देना होगा जिसे ये कई टेस्ट के पैरामीटर रिपोर्ट तैयार की जा सकेगी. वहीं ये रिपोर्ट मशीन से ऑटोमैटिक तारीखे से होगी इसलिए ज्यादा एक्यूरेट होगी.


इसे एम्स में भर्ती किसी भी मरीज का अगर डॉक्टर ब्लड  टेस्ट करवाना चाहते है तो उस समय हो जाएगा और रिपोर्ट भी जल्द मिल जाएगी जिसे इलाज में मदद हो. वहीं पहले ऐसे नहीं हो पाता क्योंकि ब्लड टेस्ट में समय लगता था, लेकिन अब इस हाई टेक लैब से ये संभव है.



  • इस मशीन के आने के बाद मरीजों को और उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों को बहुत मदद मिलेगी.

  • एम्स में शुरू हुई इस तकनीक को ऑटोमेटिक ड्राई केमिस्ट्री एनालाइजर कहते है.

  • फिलहाल ये इमरजेंसी और वार्ड में भर्ती मरीजो के लिए होगी.

  • इस मशीन से एक दिन में 50 हज़ार सैंपल टेस्ट किए जा सकेंगे.

  • एक वायल सैंपल से कई पैरामीटर या टेस्ट किए जा सकेंगे.

  • इसे दिन के किसी भी समय टेस्ट किया जा सकता है.

  • टेस्ट की रिपोर्ट दो से तीन घंटे में आ जायेगी.

  • ब्लड टेस्ट के अलावा कुछ और टेस्ट किए जा सकेंगे जैसे यूरिन टेस्ट.

  • पूरी तरह ऑटोमैटिक है और नतीजे सटीक होंगे.


एम्स प्रशासन के मुताबिक, आनेवाले दिनों में इसे ओपीडी सर्विस में दिखाने वाले मरीजों का भी टेस्ट हो पाएगा, इसके लिए तैयारी की जा रही है. वहीं उम्मीद है कि इस तरह की तकनीक मरीजों की जान बचाने में सफल होगी.


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