नई दिल्ली: देश के एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर अब अपने मोबाइल फोन के जरिए वर्चुअल टूर कर सकते हैं. नौसेना ने इसके लिए अपनी आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर इस वर्चुअल टूर को आयोजित किया है. नौसेना दिवस के मौके पर देशवासियों से जुड़ने के लिए नौसेना ने ये वर्चुअल-टूर आयोजित किया है. दरअसल, 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना पर विजय हासिल करने की खुशी में भारतीय नौसेना हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाती है.


दरअसल, इस साल कोरोना वायरस के कारण नौसेना नागरिकों को अपने युद्धपोत पर आमंत्रित नहीं कर रही है. जिसके कारण वर्चुअल टूर का आयोजन किया गया है. इस वर्चुअल रिएलटी टूर के जरिए देशवासी अपने मोबाइल फोन पर यूट्यूब लिंक पर क्लिक कर विक्रमादित्य पर 360 डिग्री घूम सकते हैं. इसके लिए सिर्फ अपने स्मार्ट मोबाइल फोन को 360 डिग्री घूमाना है और फिर फ्लाइट-डेक से लेकर लड़ाकू विमानों के ऑपरेशंस और बाकी अन-क्लासिफाइड एरिया की जानकारी ले सकते हैं.


क्या है थीम?


हर साल नौसेना दिवस के मौके पर भारतीय नौसेना देश के नागरिकों को अपने युद्धपोत पर आमंत्रित करती है. इस तरह के कार्यक्रमों का मकसद आम लोगों में नौसेना के बारे में जानकारी बढ़ाना तो होता ही है, साथ ही युवाओं को नौसेना में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना भी होता है. इसके अलावा देशवासियों में राष्ट्रीयता की भावना बढ़ाना भी एक मकसद होता है. इस साल नौसेना दिवस (4 दिसंबर) पर भारतीय नौसेना का थीम है, 'काम्बेट रेडी, क्रेडिएबिल एंड कोहेंसिव' यानि युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और सामंजस्पूर्ण.


बता दें कि भारत उन चुनिंदा देशों की नौसेनाओं में शामिल है, जिनके जंगी बेड़े में एयरक्राफ्ट कैरियर (आईएनएस विक्रमादित्य) शामिल हैं. इसके अलावा अगले साल तक स्वेदशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत भी बनकर तैयार हो सकता है. सोमवार को ही कोच्चि में विक्रांत के बेसिन-ट्रायल सफलता-पूर्वक किए गए हैं.


टू-फ्रंट वॉर यानि दो मोर्चों (चीन और पाकिस्तान) से लड़ने के लिए भारतीय नौसेना को कम से कम दो विमान-वाहक युद्धपोत (एयरक्राफ्ट कैरियर्स) की सख्त जरूरत है. दो एयरक्राफ्ट कैरियर इसलिए भी बेहद जरूरी है क्योंकि भारतीय नौसेना को करीब सात करोड़ वर्ग किलोमीटर के हिंद-महासागर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी है. वहीं इस साल नौसेना दिवस ऐसे समय में मनाया जा रहा है जब भारत का एलएसी पर चीन से पिछले सात महीनों से टकराव चल रहा है. इसीलिए इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में भारतीय नौसेना पूरी तरह अलर्ट है.


क्यों मनाया जाता है नौसेना दिवस?


हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. इसी दिन 1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पर जबरदस्त हमला किया था. युद्ध में भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान की पूर्वी-पाकिस्तान की सप्लाई लाइन काटने में अहम भूमिका निभाई थी और पाकिस्तानी नौसेना को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था, जिसके चलते ही पाकिस्तान को एक करारी हार का सामना करना पड़ा था. वहीं अगले साल यानि 2021 में पाकिस्तान पर विजय के 50 साल पूरे हो रहे हैं इसलिए इस साल से ही भारत की तीनों सेनाएं (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) ‘स्वर्णिम-विजय वर्ष’ मना रही हैं.



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