उज्जैनः कोरोना के खौफ से धार्मिक नगरी धीरे-धीरे उभर ही रही थी कि एक और सनसनी फैलाने वाली खबर सामने आई है. उज्जैन में डेल्टा प्लस के दो मामले प्रकाश में आए हैं. इनमें से एक महिला की मौत हो चुकी है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन में 23 मई को 50 वर्षीय महिला की मौत हुई थी.


कोरोना पॉजिटिव महिला के वेरिएंट का पता लगाने के लिए नमूने लैब में भेजे गए थे. हाल ही में रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि उज्जैन के ऋषि नगर में रहने वाली महिला डेल्टा प्लस वेरिएंट का शिकार थी. महिला को वैक्सीन भी नहीं लगा था.


उज्जैन के कोविड स्पेशलिस्ट डॉ. रोनक एलची के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों के रेंडरमली नमूने वेरिएंट का पता लगाने के लिए भोपाल भेजे गए थे. भोपाल जो रिपोर्ट प्राप्त हुई है, उसमें 2 महिलाओं को डेल्टा प्लस वेरिएंट पाए जाने की पुष्टि हुई है. दोनों महिलाओं से जुड़े 21 कांटेक्ट की ट्रेसिंग की गई, मगर सभी लोग नेगेटिव पाए गए हैं. इसके बावजूद एतिहात बरती जा रहा है.


उज्जैन से हुई थी मध्य प्रदेश की पहली मौत


कोरोना की पहली लहर में मध्य प्रदेश की पहली मौत उज्जैन से हुई थी. उज्जैन के केडी गेट इलाके में रहने वाली राबिया बी की मौत कोरोना से हुई थी जिसके बाद पूरे मध्यप्रदेश में खलबली मच गई थी. अब उज्जैन जिले में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 2 मामले सामने आने के बाद एक बार फिर सतर्कता बरती जा रही है.


सबसे तेजी से फैलता है डेल्टा प्लस


कोविड स्पेशलिस्ट डॉक्टर रोनक एलची के मुताबिक कोरोना के जो वेरिएंट सामने आए हैं उसमें अलग-अलग श्रेणी में बांटा गया है. अल्फा, बीटा, गामा के बाद डेल्टा और फिर डेल्टा प्लस को ऐसा वैरीअंट माना गया है जो तेजी से शरीर में फैलता है, इसीलिए इसे घातक भी माना गया है. उज्जैन में जिस महिला की डेल्टा प्लस वेरिएंट से मौत हुई थी उसने 6 दिनों तक अस्पताल में संघर्ष किया था.