लखनऊ: शिवा के लिए अंकल बन कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उसकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है. चार साल की बच्ची इन दिनों दिल्ली के आईएलबीएस में इलाज करा रही है. गोरखपुर की रहने वाली शिवा पांडे का लीवर खराब हो गया है. दिल्ली के डॉक्टरों ने लीवर ट्रांस प्लांट कराने की सलाह दी है, जिसमें करीब 30 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है.
शिवा के घरवाले बेहद गरीब हैं. हर दिन अस्पताल का खर्चा 25 से 30 हज़ार रुपये का है. शिवा की मदद के लिए सोशल मीडिया में लगातार कैंपेन चल रहा था. फेसबुक से लेकर व्हाट्सएप ग्रूप में बच्ची की मदद की अपील की जा रही थी. ये बात किसी तरह यूपी के सीएम ऑफिस तक पहुंची. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को जब पता चला तो उन्होंने सीएम फंड से 10 लाख की मदद का एलान कर दिया. सीएम के एलान के साथ ही उनके ऑफिस ने दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल के खाते में पैसा ट्रांसफर भी कर दिया.
चार साल की बच्ची शिवा पांडे का गोरखपुर में ही पिछले छह महीनों से इलाज चल रहा था. उसकी तबियत में कोई सुधार न होने पर वहां के डाक्टरों ने उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया. शिवा के पिता सत्येन्द्र पांडे की आर्थिक हालत ठीक नहीं है. वे एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं. जहां हर महीने उन्हें तनख़्वाह में बस सात हज़ार रूपये ही मिलते थे.
हाल में ही सत्येन्द्र के माता पिता कोरोना से चल बसे. ऐसे हालात में किसी तरह कुछ कर्ज़ लेकर वे अपनी बेटी को लेकर दिल्ली पहुंच गए. लेकिन आगे का रास्ता नहीं सूझ रहा था, तब उनके कुछ परिचित लोगों ने सोशल मीडिया में शिवा की मदद के लिए कैंपेन चलाया. आखिरकार मुख्यमंत्री तक उनकी बात पहुंच ही गई. इससे पहले भी योगी आदित्यनाथ कई बार मरीज़ों की इसी तरह मदद कर चुके हैं. सीएम बनने से पहले वे गोरखपुर से लगातार पांच बार लोकसभा के सांसद रहे. इस नाते गोरखपुर की बच्ची शिवा से उनका रिश्ता खास है.