Delhi MCD Hospital Strike: हिंदूराव में अब रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ साथ नर्स भी हड़ताल पर, ओपीडी बंद होने के कारण खाली पड़ा है अस्पताल
Delhi MCD Hospital strike: नर्सेज की अस्पताल में कमी है. पेशेंट और नर्सेज का अनुपात 10 पर एक नर्स होना चाहिए लेकिन 70-80 पर एक नर्स है और कभी-कभी तो डबल ड्यूटी करनी पड़ती है.
Delhi MCD Hospital Strike: एमसीडी दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल हिंदुराव में अब रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ साथ नर्स भी हड़ताल पर जा चुकी हैं. हमेशा मरीजों से भरा रहने वाला ये अस्पताल ओपीडी बन्द होने के कारण आज खाली है.एक तरफ जहां रेजिडेंट डॉक्टर सैलरी और डीए ना मिलने की वजह से हड़ताल पर हैं तो दूसरी तरफ नर्सों का कहना है कि इस समस्या के साथ साथ स्टाफ की शॉर्टेज भी इस हड़ताल का कारण है.
नर्सेज वेलफेयर एसोसिएशन की प्रेसिडेंट इंदु जी बताती हैं कि सबसे बड़ी दिक्कत सैलरी को लेकर है. उनका कहना है कि पिछले पांच साल से हम फाइनेंसियल दिक्कतों से जूझ रहे हैं. नर्सेज पेशेंट के डायरेक्ट कांटेक्ट में रहती हैं, जबकि नर्सेज की अस्पताल में कमी है. पेशेंट और नर्सेज का अनुपात 10 पर एक नर्स होना चाहिए लेकिन 70-80 पर एक नर्स है और कभी-कभी तो डबल ड्यूटी करनी पड़ती है. यहां रिप्लेसमेंट है ही नहीं, हमलोग लीव नहीं ले सकते हैं. प्रशासन है कि बस वर्बल बातें करता है. जिसके लिए आपने इतना बड़ा इंस्टीट्यूट बनाया है उसका ध्यान ही नहीं है. ये अस्पताल एमसीडी का दिल्ली में सबसे बड़ा अस्पताल है लेकिन किसी का कोई ध्यान नहीं है.
बस पॉलिटिक्स चल रहा है कि दिल्ली सरकार पैसा नहीं देती है. पैसा नहीं है. जो रेवेन्यू जनरेट होता था वो कोरोना की वजह से खराब हो गया. कोरोना तो एक साल से है लेकिन हमारी समस्या 5 साल से है. जब तक ये लिखित नहीं देते हैं कि इस डेट को प्रोमोशन हो जाएगी, पैसे मिल जाएंगे और नई भर्ती के लिए विज्ञापन निकल जाएगा, तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा.
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