संतान सुख नहीं मिला तो गाय के बछड़े को बना लिया अपना बच्चा, ये शख्स अब करने जा रहा है ये बड़ा काम
विजयपाल की कोई संतान नहीं है, इसलिए उसने अपनी गाय के बछड़े को अपने बच्चे की तरह पाला है.विजयपाल अब धूमधाम से बछड़े का नामकरण संस्कार और मुंडन कराने जा रहा है.मुंडन और नामकरण संस्कार का कार्यक्रम बुधवार को गोमती नदी के किनारे किया जाएगा.
अक्सर हम देखते हैं कि जिस व्यक्ति को संतान सुख नहीं मिल पाता है वो किसी बच्चे को गोद लेने के बारे में सोचता है. लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जो हैरान तो करता ही है, साथ ही साथ दिल को भी छू लेता है. दरअसल ये पूरा मामला शाहजहांपुर के गांव पमार नगला निवासी विजयपाल से जुड़ा है, जिसने अपनी गाय के बछड़े का मुंडन और नामकरण संस्कार करने का सोचा है. विजयपाल ने इस मौके पर आने के लिए लोगों को दावत भी दी है.
विजयपाल की कोई संतान नहीं है, इसलिए उसने अपनी गाय के बछड़े को अपने बच्चे की तरह पाला है. यही वजह है कि अब वो धूमधाम से बछड़े का नामकरण संस्कार और मुंडन कराने जा रहा है. इस कार्यक्रम का बुधवार को आयोजन किया जाएगा. साथ ही लोगों को दावत भी दी जाएगी. इस ख़ास मौके पर आने के लिए विजयपाल ने लोगों को 500 इनविटेशन कार्ड भी भेजे हैं.
गाय के बछड़े को अपने बच्चे की तरह पाला
इस विषय पर बात करते हुए विजयपाल ने बताया कि 15 साल पहले उसकी शादी हुई थी लेकिन संतान की प्राप्ति नहीं हो सकी. साल 2018 के मार्च महीने में विजयपाल की गाय ने एक बछड़े को जन्म दिया, जिसके बाद उसने बछड़े की हर संभव सेवा की. विजयपाल ने बताया कि गाय के बछड़े को उसने अपने बच्चे की तरह पाला है इसलिए वह इसका नामकरण संस्कार और मुंडन कराने का सोचा है. बता दें कि बीते अक्टूबर के महीने में गाय की मौत हो गई थी.
यहां किया जाएगा नामकरण संस्कार
विजयपाल के अनुसार, बुधवार को बछड़े का नामकरण संस्कार और मुंडन कराया जाएगा. साथ ही साथ गांव के सभी लोगों को दावत भी दी जाएगा. गांववासियों को पहले से न्योता भी दे दिया गया है. गौरतलब है कि मुंडन और नामकरण संस्कार का कार्यक्रम बुधवार को गोमती नदी के किनारे ललतू बाबा घाट पर रखा गया है.
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