नई दिल्ली: मेघालय में बीजेपी समर्थित सरकार का रास्ता साफ हो गया है. एनपीपी के साथ अन्य गैर-कांग्रेसी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से अब राज्य में बीजेपी समर्थित सरकार बनने जा रही है. एनपीपी नेता कोनराड संगमा मुख्यमंत्री बनेंगे और 6 मार्च को करीब साढ़े 10 बजे शपथ ग्रहण करेंगे.

सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आज एनडीए डेलिगेशन ने मेघालय के राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. जिसके बाद राज्यपाल को समर्थित विधायकों की लिस्ट सौंपी गई और एनपीपी के कोनराड संगमा को बतौर मुख्यमंत्री उम्मीदवार के पेश किया गया. राज्यपाल के सामने सरकार बनाने के लिए बहुमत साबित करने बाद एनडीए को राज्य में सरकार बनाने के लिए हरी झंडी मिल गई.

एक समान एजेंडे पर करेंगे काम

संगमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा ‘‘हम राज्यपाल से मिले और 34 विधायकों के समर्थन का पत्र दिया जिनमें एनपीपी के 19, यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के छह, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के चार, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) एवं भाजपा के दो-दो विधायक और एक निदर्लीय विधायक शामिल हैं.’ गठबंधन सरकार चलाने की चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर संगमा ने कहा, ‘‘यह आसान काम नहीं है. लेकिन हमारा समर्थन कर रहे दल लोगों एवं राज्य के कल्याण के लिए काम करने की खातिर प्रतिबद्ध हैं. हम एक समान एजेंडे पर काम करेंगे.’’

किसके पास कितनी सीटें? 

मेघालय के इस सियासी चमत्कार की पृष्ठभूमि के पीछे वहां का चुनावी समीकरण है. सीटों के आंकड़े की बात करें तो बीजेपी के पास दो, एनपीपी के पास 19, यूडीपी के पास 6, एचएसपीडीपी के पास 2, पीडीएफ के पास चार सीटें हैं. इसके साथ ही एक निर्दलीय सैमुएल भी समर्थन के लिए तैयार हैं. ये आंकड़ा 34 पर पहुंचता है, जो बहुमत से चार ज्यादा है.

आपको बता दें कि मेघालय में सबसे ज्यादा सीट जीतने के बावजूद सरकार बना पाने में असफल कांग्रेस ने समीकरण को दुरूस्त करने के लिए अपने वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कमलनाथ को दिल्ली से शिलांग भेजा था. ताकि वो बहुमत के लिए जरूरी 9 सीटों की व्यवस्था कर सकें लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो पाई.

कौन हैं कोनराड संगमा

कोनराड संगमा मेघालय के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं. आपको बता दें कि कोनराड संगमा दिवंगत पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पी ए संगमा के बेटे हैं. उन्होंने लंदन से एमबीए की डिग्री ली है और उनके भाई जेम्स संगमा भी विधायक हैं. कोनराड की बहन और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अगाथा संगमा दक्षिण तुरा से विधायक हैं. कोनराड ने 2008 में सेलसेल्ला विधानसभा सीट से पहले बार विधायक बने. साथ ही साल 2008 में ही मेघालय के वित्त मंत्री भी रहे. इसके बाद 2009 से 2013 तक वो नेता विपक्ष रहे.  साल 2013 में एनसीपी से अलग होकर एनपीपी पार्टी का गठन हुआ जिसके फाउंडर पी ए संगमा रहे. इसके बाद 2016 के लोकसभा के उप-चुनाव में तुरा लोक सभा सीट से वो सांसद बने.