नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस एनआरसी हंगामें में सोशल मीडिया के कंटेट को लेकर लगभग 10 मुकदमे दर्ज कर सकती है. साथ ही दिल्ली पुलिस इस मामले में दंगा भड़काने वाले षडयंत्रकारियों की भी तेजी से पहचान कर रही है जिसमें दिल्ली के अनेक स्थानीय नेता घेरे में आ सकते हैं. साथ ही कट्टरवादी संगठनों पीएफआई और अंजुमन हैदरी की भूमिका की भी तलाश की जा रही है. दिल्ली पुलिस ने इन तमाम मामलों की जांच के लिए अपराध शाखा के नेतृत्व में एक एसआईटी भी गठित कर दी है.


राजधानी दिल्ली में पिछले एक सप्ताह तक एनआरसी को लेकर कोहराम मचा रहा. दिल्ली एक बंधक की तरह बन गई और जगह-जगह हिंसा हुई. इस मामले को संभालने के लिए दिल्ली पुलिस को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग थानों में अब तक कुल 6 मुकदमें दर्ज किए हैं जिनकी जांच की जा रही है. इसी जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस मामले में षडयंत्रकारियों ने सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया. कुछ सोशल मीडिया एकांउट इस तरह के भी पाए गए जिनसे जमकर फिजा में जहर घोलने का काम किया गया था.


जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सौ से ज्यादा आदमियों की पहचान की गई है और अब दिल्ली पुलिस इस बाबत विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत दस से ज्यादा मुकदमे दर्ज कर सकती है. दिल्ली पुलिस को शक है कि यह दंगा पूरी तरह से सुनियोजित था और अब पुलिस इस मामले के षंडयंत्रकारियों की भी तलाश कर रही है. एफआईआर में दिल्ली के अनेक नेताओं के भी नाम हैं जिनसे दिल्ली पुलिस जल्द ही बुलाकर पूछताछ करने जा रही है. दिल्ली पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि अब इन मामलों की जांच एक जगह होगी. मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है.


दिल्ली पुलिस की एसआईटी दर्ज मामलों की जांच तो करेगी ही साथ ही नए मुकदमे भी दर्ज करने का काम करेगी. यह एसआईटी इस मामले में अनेक कट्टरवादी संगठनो की भूमिका की भी जांच करेगी जिनमें पीएफआई और अंजुमन हैदरी का नाम शामिल है.


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