नई दिल्ली: नौकरशाही के मामले में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पुराने साथियों पर भरोसा जताया है. नृपेंद्र मिश्रा प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव बने रहेंगे, नृपेंद्र मिश्र को सेवा विस्तार दिया गया है. पीके मिश्रा भी अतिरिक्त प्रमुख सचिव बने रहेंगे, उन्हें भी सेवा विस्तार दिया गया है.
नृपेंद्र मिश्रा को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. जानकारी के मुताबिक नृपेंद्र मिश्रा 31 मई 2019 से कार्यभार संभालेंगे. बता दें कि कुछ समय पहले खबर आई थी कि पीके मिश्रा पीएम मोदी के नए प्रमुख सचिव होंगे. वे नृपेंद्र मिश्रा की जगह लेंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का कार्यकाल पांच साल के लिए बढ़ाया था. अजित डोभाल को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है.
कौन हैं नृपेंद्र मिश्रा?
उत्तर प्रदेश कैडर के 1967 बैच के आईएसएस नृपेंद्र मिश्रा 2006-2009 तक ट्राई के चेयरमैन भी रहे. इससे पहले वे टेलिकॉम सचिव और वित्त मंत्रालय में भी सेवाएं दे चुके हैं. मिश्र की अध्यक्षता में 2007 में ट्राई ने सिफारिश की थी कि स्पेट्रम की नीलामी की जानी चाहिए. उस वक्त की यूपीए सरकार ने उनकी सिफारिश को नजरअंदाज कर दिया था. उत्तर प्रदेश के रहने वाले मिश्र राजनीति शास्त्र और लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर हैं. अनुभव और कार्यकुशलता के अलावा उन्हें राष्ट्रवादी सोच का अधिकारी भी माना जाता है.