नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने आज सीआरपीएफ के 80वें स्थापना दिवस पर परेड का निरीक्षण किया. इस मौके पर डोभाल ने जवानों को संबोधित किया. डोभाल ने सीआरपीएफ की तारीफ करते हुए कहा कि ये बेहद विश्वनीय फोर्स है और ऐसी विश्वसनीयता सालों में आती हैं, इसके साथ ही डोभाल ने आतंकियों और उनके मददगारों को भी कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि पुलवामा में आहुति देने वाले 40जवानों को देश ना भूला है और ना ही भूलेगा.


अजित डोभाल ने कहा, ''उन 40 बहादुर जवानों को जिन्होंने पुलवामा में आहुती दी राष्ट्र उन्हें ना भूला है और ना भूलेगा. हम इसका मुकाबला करेंगे, इसका क्या करना और कब करना है लीडरशिप तय करेगी. चाहे वो आतंकवादी हों या फिर आतंकियों की मदद करने वाले.''


डोभाल ने कहा, ''जब भी मीटिंग में हम चर्चा करते हैं कि कौन सी फोर्स भेजनी है? कितनी बटालियन भेजनी है, हम कहते हैं कि सीआरपीएफ भेजो. ये विश्वनीयता है हम पूर्ण रूप से इस पर विश्वास करते हैं. ऐसी विश्वसनीयता सालों बाद आती है.''





बता दें कि 2014 के बाद से ये दूसरा मौका है जब डोभाल ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया. इससे पहले डोभाल ने 2015 में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के कार्यक्रम बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया था.