नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आज से अपने दो दिवसीय चीन दौरे पर रवाना हो रहे हैं. इस दौरान वह चीन में डोकलाम विवाद और हाफिज को आतंकी घोषित करने पर वहां की सरकार से बातचीत करेंगे. बता दें कि इसी साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चीन का दौरा करेंगे. ऐसे में अजीत डोभाल का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है.


डोकलाम का मुद्दा उठाएंगे डोभाल

चीन में डोभाल वहां के नेताओं और अधिकारियों से दो दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जून में होने वाले चीन दौरे और उस दौरान नेताओं से बातचीत के मसौदे को अंतिम रूप देंगे. डोभाल सीमा विवाद पर चीन में अपने समकक्ष से भी बातचीत करेंगे. वह चीन के सैनिकों के घुसपैठ का मुद्दा भी उठाएंगे.

डोकलाम के आसपास चीन के निर्माण पर भारत की आपत्ति के साथ डोभाल चीन से वर्तमान स्थिति में कोई बदलाव ना करने पर भी जोर देंगे.

नीरव मोदी पर भी होगी बातचीत

सूत्रों के मुताबिक, डोभाल भगोड़े नीरव मोदी के हांगकांग में छिपे होने के मसले पर चीन के अधिकारियों से बातचीत कर नीरव मोदी को भारतीय एजेंसियों को सौंपने के लिए राजी कर सकते हैं. कहा जाता है कि भ्रष्टाचार के मामले में चीन का रवैया सकारात्मक रहता है.

जैश को बैन करने पर चीन से सहयोग मांगेंगे डोभाल

अजीत डोभाल पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की सूची में शामिल करने के मसले पर चीन से बातचीत करेंगे.चीन लगातार इस प्रस्ताव का विरोध करता आ रहा है, लेकिन डोभाल चीन के अधिकारियों को जैश-ए-मोहम्मद के बारे में सबूत देकर जैश को बैन करने पर चीन से सहयोग मांगेंगे.