नई दिल्ली: नेशनल स्टूडेंट युनियन आफॅ इंडिया (एनएसयूआई) ने कोरोना काल में परीक्षाएं आयोजित करने को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है. एनएसयूआई ने भूख हड़ताल सोशल डिसटेंसिग के साथ एमएचआरडी मुख्यालय के सामने शुरू की है.


एनएसयूआई ने केन्द्र सरकार के समक्ष अपनी मांगे रखते हुए कहां है की वर्तमान समय किसी भी परीक्षा के आयोजन के लिए उचित नहीं हैं. क्योंकि कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में एनएसयूआई की केन्द्र सरकार से मांग है कि वर्तमान समय में नीट व जेईई की परीक्षाएं तुरंत स्थगित की जाएं, सभी कॉलेज, स्कूल व विश्वविद्यालय के छात्रों की एक सेमेस्टर की फीस माफ की जाएं. साथ ही कोरोना काल में किसी भी प्रकार की परीक्षा पर तुरंत रोक लगाई जाएं.


एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीरज कुंदन जी का कहना है, "देश भर में कोरोना व बाढ़ का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. जिस कारण छात्रों का अपने घरों से निकलकर परीक्षा केन्द्र तक पहुंचना बहुत मुश्किल है. ऐसे हालत में घर से बाहर निकलने का मतलब है कोरोना संक्रमित होना. पिछले कई महीने से हम सभी प्रकार की परीक्षाओं का विरोध कर रहे है लेकिन लगातार केन्द्र की गूंगी बहरी सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है.


इसलिए आज हमें मजबूरी मे छात्र हित के लिए भूख हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी हम यहां डटे रहेंगे.


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