देश में पैदा हो रहे रोजगार के नए अवसर, बेरोजगारी दर में आई कमी, NSO ने जारी किये आंकड़े
NSO के आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं की बेरोजगारी दर जहां पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में 9 फीसदी थी वह मौजूदा वित्त वर्ष की तिमाही में गिरकर 8.4 फीसदी पर आ गई है.
देश में बेरोजगारी दर के आंकड़े को लेकर जो ताजा आंकड़े सामने आए हैं. वह पिछले आंकड़ों की तुलना में बेहतर नजर आ रहे हैं क्योंकि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानी NSO ने जो आंकड़े जारी किए हैं. उसके मुताबिक पिछले तिमाही के मुताबिक देश में बेरोजगारी दर में कमी आई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में बेरोजगारी दर, जो मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 6.6 फीसदी की थी वह अब गिरकर 6.4 फीसदी पर पहुंच गई है.
NSO के आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं की बेरोजगारी दर, जहां पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में 9 फीसदी थी वह मौजूदा वित्त वर्ष की तिमाही में गिरकर 8.4 फीसदी पर आ गई है. बात की जाए पुरुषों की बेरोजगारी दर की तो वह जहां इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 5.8 फीसदी थी तो वह दूसरी तिमाही में गिरकर 5.7 फीसदी हो गई है.
किस उम्र में रोजगार के लिए सामने आते हैं युवा
इसी सर्वे में यह भी बताया गया है कि 15 से 29 साल की युवाओं के लिए शहरी बेरोजगारी दर, जो पिछली तिमाही में 16.8 फीसदी पर थी वह अब पिछली तिमाही में गिरकर 15.9 फीसदी पर आ गई है. युवाओं से जुड़ा हुआ यह आंकड़ा इस वजह से भी महत्वपूर्ण माना जाता है. वह इसलिए क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि इस उम्र के युवा पहली बार रोजगार के लिए सामने आते हैं.
वेतन भोगी कर्मचारियों की हिस्सेदारी बढ़ी
आंकड़ों में यह भी बताया गया है कि पिछले तिमाही में वेतन भोगी श्रमिकों की हिस्सेदारी में भी बढ़ोतरी हुई है अब यह संख्या 49.4 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि कैजुअल श्रमिकों की संख्या घटकर 10.7 फीसदी पर आ गई है. बात की जाए महिला वेतन भोगी कर्मचारियों की तो वहां पर उनकी हिस्सेदारी घटकर 53.8 फीसदी हुई है, जबकि पुरुष वेतन भोगी कर्मचारियों की हिस्सेदारी बढ़कर 47.9 फीसदी पर पहुंच गई है.
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