नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन पर पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई ने शहीद जवानों और कर्ज के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चों की पढ़ाई में मदद के लिए स्कीम का एलान किया है. एनएसयूआई इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले वैसे विद्यार्थियों के पहले साल की फीस भरेगी जो शहीद जवानों या कर्ज के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चे हैं.


इस योजना का एलान करते हुए एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि ये कार्यक्रम राहुल गांधी की सोच के अनुसार है. फौज, अर्ध-सैनिक बल, पुलिस के शहीद जवानों के बच्चे और खुदकुशी करने वाले किसानों के बच्चे जो इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लेंगे वो nsuifordu@gmail.com पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. एनएसयूआई जांच पड़ताल के बाद ऐसे बच्चों के पहले साल की फीस भरेगी. कुंदन ने कहा कि अगर खुद से फीस जमा करने के बाद भी कोई चाहे तो एनएसयूआई फीस की राशि रिम्बर्स (अदा) करेगी.


क्या ये एलान दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में लाभ लेने के मकसद से किया गया है? इस पर जवाब देते हुए नीरज कुंदन ने कहा कि अपने नेता के जन्मदिन पर केक काटने की बजाए हम उनकी सोच को आगे बढ़ाने के लिए कुछ ठोस करना चाहते थे. देश पर जान न्यौछावर करने वालों और अन्नदाता के साथ हमारी पार्टी हमेशा खड़ी रही है जबकि दूसरी तरफ सेना के शौर्य का राजनीतिकरण होता है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. हम जवानों और किसानों के परिवार की मदद करना चाहते हैं.


एनएसयूआई की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहा कि इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है और इसकी कोई सीमा नहीं है. फिलहाल हमने पहले साल की फीस जमा करने का बीड़ा उठाया है. अगर सब ठीक रहा तो हम आगे भी जवानों और किसानों के बच्चों की मदद करने की कोशिश करेंगे. आपको बता दें कि जून के अंत में डीयू की पहली कटऑफ की तारीख जारी की जा सकती है.