नई दिल्ली: NSUI का छात्र अधिकार मार्च 'नौकरी दो या डिग्री वापस लो' के बैनर तले दिल्ली के जंतर मंतर पर निकाला गया, जहां बड़ी संख्या में एनएसयूआई और आम छात्र जुटे. जंतर मंतर पर बने मंच पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह, नेता अल्का लांबा के साथ साथ आकर्षण का केंद्र कॉमेडियन श्याम रंगीला भी रहे, जो प्रधानमंत्री मोदी की मिमिक्री करने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे.


एनएसयूआई के बीते कई प्रदर्शन से तुलना की जाए तो आज के प्रदर्शन में भीड़ बीते कई सालों से कहीं ज्यादा दिखाई दी. प्रदर्शन में पहुंचे छात्रों ने कहा कि कई परीक्षाएं देने के बावजूद सालों तक उनका नतीजा नहीं आता, जिस कारण छात्रों के कई साल बर्बाद हो जाते हैं, यदि नतीजा आता भी है तो वेकेंसी नहीं भरी जाती है. SSC की छात्रा काजल यादव, प्रगति राय और सुष्मिता कहती हैं कि हमने 2018 में SSC की परीक्षा दी थी, लेकिन नतीजे 2021 में आए, जिसके बाद अब तक कोई वेकेंसी नहीं निकली है, आखिर छात्रों को कितने वर्षों तक इंतजार करना होगा. NSUI ने नतीजों को लेकर सवाल उठाए, साथ ही बेरोजगारी को लेकर भी छात्रों में क्रोध साफ दिखा.



 एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा, "हमारे देश का छात्र सफल है, उसके पास डिग्री है, लेकिन नौकरी क्यों नहीं? सरकार हमें चाहे सौ लाठियां मारे, लेकिन एनएसयूआई मार्च संसद भवन तक करेगा. इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है."


प्रदर्शन में छात्रों का उत्साह बढ़ाने पहुंची कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने कहा, "सोती सरकार को जगाना होगा. नौकरी मिल नहीं रही बल्कि छीनी जा रही है. प्रधानमंत्री जी नौकरी नहीं दे सकते तो छात्र कोने कोने से अपनी डिग्री वापस लौटाने आए हैं. आज का दिन खास है. 12 मार्च को बापू ने दांडी मार्च शुरू किया था. बापू ने कहा था, मेरा जीवन मेरा संदेश है. मुझे पूरा यकीन है एनएसयूआई ने उनसे सीखते हुए छात्र अधिकार मार्च निकाला है."


उन्होंने कहा, "गर्व महसूस होता है अपने आप पर कि एनएसयूआई से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. अभी 3 साल बचे हैं केंद्र की सरकार को, इन्हें हल्के में मत लीजिए. इसका असर नहीं होगा तो नुकसान किसका होगा ? युवा हमारी नींव हैं, इन्हें बेरोजगार रख कर देश का नुकसान होगा. कई राज्यों में चुनाव हैं. 2 मई को भी असर देखने को मिलेगा."