Nuh Clash: 31 जुलाई वाले दिन मंदिर के पास कैसे भड़की हिंसा? अरावली की पहाड़ियों से बरस रही थीं गोलियां, देखिए खौफनाक वीडियो
Nuh Violence: नूंह में अरावली की पहाड़ियों में बना नलहेश्वर मंदिर 31 जुलाई वाले दिन गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा था. लोग जान बचाने के लिए इधर-उदर भाग रहे थे.
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Haryana Violence: हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा ने कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया तो सैकड़ों लोगों को घायल कर दिया. 31 जुलाई को सोमवार के दिन अरावली की पहाड़ियों में बने मंदिर से निकली शोभायात्रा पर गोलीबारी हुई और पथराव भी किया गया.
उस दिन क्या हुआ था इसका एक खौफनाक वीडियो सामने आया है. जिसमें पता चलता है कि अरावली की पहाड़ियों को कैसे उपद्रवियों ने अपना अड्डा बनाया और किस तरह से बंदूकों से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई.
शिव मंदिर के पास का वीडियो
नूंह में अरावली की पहाड़ियों में बना शिव मंदिर तीन पहाड़ियों से घिरा हुआ है. इस मंदिर में पहुंचने और निकलने का एक ही रास्ता है. 31 जुलाई को सावन का सोमवार होने की वजह से नलहेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की तादात बाकी दिनों से ज्यादा थी. इसी दिन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ब्रज मंडल शोभायात्रा भी निकाली गई.
सबसे पहले लोग नलहेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचे. इस वक्त तक लोगों को अंदाजा भी नहीं था कि मंदिर में क्या होने वाला है. मंदिर से निकलकर शोभायात्रा मुश्किल से 500 मीटर ही निकल पाई होगी कि पहाड़ियों से अचानक बंदूकें गरजने लगीं और गोलियां बरसने लगीं. ऐसे में जिसे जहां जगह मिली अपनी जान बचाने के लिए लोग छिप गए.
चश्मदीदों ने क्या बताया?
गीता गुर्जर नाम की एक महिला ने बताया, “ऐसा नहीं था कि सिर्फ शोभायात्रा में शामिल हुए लोगों को टारगेट किया गया हो. जो लोग अलग से मंदिर में दर्शन के लिए गए उनको भी टारगेट किया गया. ऊपर पहाड़ियों से हमारे ऊपर सिर से और कानों से गोलियां गई हैं.”
उन्होंने आगे बताया, “ऐसी स्थिति आ गई थी कि एक कमरे में कैद हो गए और महिलाएं उसी कमरे में टॉयलेट करने पर मजबूर हो गईं. बुजुर्ग और बच्चे वहीं खड़े थे. एक घंटे बाद हम लोगों के गले तक सूख गए थे.” वहीं, कुछ चश्मदीदों का ये भी दावा है कि हमलावरों के पास एके-47 रायफल भी थी. मानो ऐसा लग रहा हो कि कोई आतंकी हमला हुआ है.
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