Nuh Communal Violence: राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में हिंसा फैलाने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी पर गुरुग्राम पुलिस ने गुरुवार (10 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने बताया कि हिंसा के दिन से अब तक कहीं भी सांप्रदायिक तनाव जैसी स्थिति रिपोर्ट नहीं की गई है. हिंसा में शामिल आरोपियों को हालात बेहतर होते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


बीते दिनों नूह में एक समुदाय ने शिव मंदिर की शोभा यात्रा पर हमला कर दिया था जिसके बाद हरियाणा और आस-पास के जिलों में हिंसा फैल गई थी. ये हिंसा नूह की सीमा पार कर गुरुग्राम में भी हुई जहां के सेक्टर 57 में एक मस्जिद पर भीड़ ने हमला कर दिया. उसके बाद गुरुग्राम के तिगरा गांव हुई एक रैली में कथित तौर पर मुस्लिमों के आर्थिक बहिष्कार की अपील की गई थी.


पुलिस ने शांति के लिए क्या कदम उठाए?
इसी बीच हरियाणा पुलिस ने दावा किया है कि वह शांति स्थापित करने के लिए कई कदम उठा चुकी है. गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने कहा, 'हमने कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक किया है और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स को सस्पेंड भी किया है. उन्होंने कहा कि भड़काऊ कंटेट पोस्ट करने के लिए कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.' 


पुलिस कमिश्नर ने मीडिया को बताया, 'नूह में हिंसा फैलाने के आरोप में अब तक 37 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 79 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा गुरुग्राम में पुलिस ने 95 लोगों को हिरासत में लिया है जिनमें से 80 को जमानत पर रिहा कर दिया गया है. पुलिस ने कहा है वह इलाके में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति को कम करने के लिए सभी कदम उठा रही है. 


जिन जिलों में एहतियातन इंटरनेट बैन लगाया गया था उन इलाकों में स्थानीय प्रशासन के इनपुट के आधार पर इंटरनेट बैन हटाया जा सकता है. इसका फैसला शुक्रवार (11 अगस्त) को हो जाएगा. वहीं, इन इलाकों में हिंसा के बाद से बंद चल रहे स्कूलों को भी खोलने को लेकर फैसला हो सकता है. 


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