Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में शोभा यात्रा के दौरान भड़की हिंसा के बाद अब आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है. अब तक 150 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुकी हैं और 42 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई हैं. नूंह में हुई हिंसा की आग भड़काने के पीछे कथित गोरक्षक और जुनैद-नासिर हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर को जिम्मेदार बताया जा रहा है. जिसे लेकर हरियाणा पुलिस ने अब तक कुछ भी साफ नहीं किया है. अब सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिनमें वो हरियाणा के बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ नजर आ रहा है. इसे लेकर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.
ओवैसी बोले- पीएम मोदी को भेजनी होगी फोर्स?
मोनू मानेसर की पुलिस अधिकारियों के साथ तस्वीरों को लेकर ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा, "हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस सबकी सुरक्षा नहीं कर सकती, लेकिन 2014 से खट्टर सरकार ने गौरक्षा के नाम पर ज़ुल्म करने वालों को पुलिस का दामाद बना कर रखा हुआ है, उन्हें क़ानून का पूरा संरक्षण मिलता है. खट्टर ने कुछ दिन पहले कहा था कि वो मोनू मानेसर को पकड़ने में राजस्थान पुलिस का सहयोग करेंगे, तो अब तक मोनू मानेसर आजाद क्यों है? अगर पुलिस ना-काफी है तो पीएम मोदी को केंद्रीय फोर्स को भेजना होगा, या साफ-साफ कह देना होगा कि संवैधानिक तौर पर सरकार चलाना उनके बस की बात नहीं है."
नूंह हिंसा को लेकर ओवैसी ने इससे पहले भी खट्टर सरकार पर आरोप लगाए थे, साथ ही घटना के पीड़ितों से भी बात की थी. मोनू मानेसर और जुनैद-नासिर हत्याकांड को लेकर ओवैसी खट्टर के साथ-साथ राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को भी घेर चुके हैं. जिसमें उन्होंने गहलोत से कहा कि आपकी सरकार ने भी जुनैद और नासिर को न्याय दिलाने के लिए कुछ नहीं किया.
कौन है मोनू मानेसर
मोनू मानेसर का असली नाम मोहित यादव है और वो हरियाणा के गुरुग्राम में रहता है. वो खुद को एक गोरक्षक बताता है और इसके लिए उसने एक सेना भी तैयार की है. मोनू हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर गो-तस्करी को रोकने का काम करता है. उसके कई ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर हैं, जिनमें वो रात को अपनी टीम के साथ गो-तस्करों का पीछा करता दिख रहा है. इस दौरान वो जमकर हथियार भी इस्तेमाल करता है. मोनू के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी उसकी पुलिस अधिकारियों के साथ तस्वीरें मौजूद हैं.
हत्या के मामले दर्ज
मोनू मानेसर पर कई तरह के मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या और गुंडागर्दी जैसे केस शामिल हैं. राजस्थान के रहने वाले जुनैद और नासिर की हत्या के बाद मोनू मानेसर का नाम सामने आया था, जिसके बाद से वो फरार चल रहा है. राजस्थान पुलिस फरवरी के बाद से अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है. नूंह की बात करें तो यहां जिस शोभा यात्रा के दौरान हिंसा हुई, उसे लेकर मोनू मानेसर का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वो यात्रा में शामिल होने की बात कर रहा है, आरोप है कि इसी वीडियो ने पूरे नूंह और मेवात का माहौल गरम कर दिया था .