Nuh Violence Migration: नूह में सोमवार (31 जुलाई) को हुई हिंसा के बाद गुरुग्राम में डर का माहौल ऐसा है कि लोग यहां से पलायन करने के लिए मजबूर हैं. ये लोग अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर डर रहे हैं. इसलिए गुरुग्राम के सेक्टर 70A इलाके की झुग्गियों में रहने वाले ज्यादातर परिवार अपना घर छोड़कर जा चुके हैं.


पलायन करने वाले लोगों में हिंदू और मुसलमान दोनों ही शामिल हैं. इन लोगों का कहना है कि अब यहां पर डर लग रहा है. अब यहां रहने लायक हालात नहीं बचे हैं. इनका कहना है कि 2-3 दिन पहले 100-150 लोगों की भीड़ आई थी और इस भीड़ ने उनको यहां से जाने को बोला था. कल भी यहां पर 2-3 लोगों की पिटाई हुई थी. 


स्थानीय बोले- कल भी दो लोगों को पीटा गया
एबीपी न्यूज ने मुनवारा खातून से बात की तो उन्होंने कहा कि मैं भी गांव जाने की ही सोच रही हूं. सब लोग यहां से चले गए हैं. जो 10 से 11 परिवार बचे हैं वो भी शाम तक चले जायेंगे. यहां रहने का डर है. गांव के लोग हल्ला मचा रहे हैं. कल भी यहां पर दो लोगों को बहुत पीटा गया था. उस वक्त पुलिस भी थी लेकिन कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि हम काम पर नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि वो लोग रास्ते में पकड़ लेते हैं.


राम बाबू पासवान नाम के एक स्थानीय निवासी ने कहा, यहां हजारों लोग रहते थे लेकिन सब चले गए. जो मारने आएंगे वो ये नहीं पूछेंगे की धर्म क्या है. जब सब चले जाएंगे तो हम भी चले जायेंगे. जब सब मुस्लिम चले जायेंगे तो हम 4 हिंदू परिवार भी नहीं रहेंगे.


रात में पुलिस ड्यूटी पर, दिन में कोई नहीं होता
दूसरी स्थानीय निवासी मोहसिना ने कहा कि हम यहां पर 100-150 परिवार थे. अब यहां पर 10-15 परिवार ही बचे हैं बस वह भी आज चले जाएंगे. पुलिस रात को ड्यूटी के लिए आती है लेकिन दिन में ड्यूटी के लिए कोई नहीं होता है.


मोहसिना ने बताया कि 3 दिन पहले 100 लोगों के करीब आए थे और धमकी दिए थे कि यहां से जाओ नहीं तो झुग्गी में आग लगा देंगे. शराब पी कर आते हैं, धमकी देते हैं कि यहां से चले जाओ. कल भी यहां पर पिटाई की थी. काम पर भी नहीं जा रहे कि अगर रास्ते में दिक्कत हो गई तो.


'सबको अपनी जान का डर'
एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा कि जब सब चले जा रहे हैं तो हम भी सोच रहे हैं कि अब यहां से चला जाए. उन्होंने कहा कि हमें डर है कि अगर मैं यहां से बाहर निकलूं तो कोई मार ना दे. 3-4 दिन से डर से काम पर भी नहीं जा पा रहे. पुलिस का आश्वासन है लेकिन अपनी जान का डर सबको है. विष्णु नाम के एक व्यक्ति ने कहा, दो दिन पहले 100-150 लोग आए थे, एक बार सुबह और फिर शाम में आए.


मुझसे पूछा कि आप हिंदू हो कि मुस्लिम? मैंने कहा हिंदू तो उन्होंने कहा कि सारे मुसलमानों से कह दो कि यहां से चले जाएं नहीं तो रात में आग लगा देंगे. लगभग 70 प्रतिशत लोग जा चुके हैं.