Nupur Sharma Case: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) ने बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से पड़ी फटकार पर खुशी जताई है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव हदरत मौलाना खालिद सैफ़ुल्लाह रहमानी ने नूपुर शर्मा के सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अदालत ने जो कुछ कहा है और आरोपी को जो चेतावनी दी है, वह देश के सभी न्यायप्रिय नागरिकों के दिल की आवाज है.
उन्होंने कहा कि कोर्ट को आरोपी को कठोर दंड भी देना चाहिए और उन प्रशासनकर्मियों से प्रश्न पूछना चाहिए जिन्होंने देश के विभिन्न भागों में एफआईआर दायर होने के बावजूद अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की है. कोर्ट ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि उदयपुर की घटना पैगंबर मुहम्मद के बारे में विवादित टिप्पणी की प्रतिक्रिया है. इसलिए केवल प्रतिक्रिया पर कार्रवाई करना और जो बात इस प्रतिक्रिया का कारण बनी है उसको अनदेखा कर देना न्याय के विरुद्ध है और इससे देश की शान्ति व्यवस्था को हानि पहुंचती है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने और क्या कहा?
रहमानी ने कहा कि मुसलमानों के विरुद्ध अनेक भड़काऊ भाषण सामाजिक तौर पर सोशल मीडिया के माध्यम से दिए गए. पूरे देश ने इसको देखा और सुना, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बनी रही, और कुछ टीवी चैनल सच्चाई दिखाने की बजाय झूठ परोसने में मग्न रहे. जब तक ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होगी, समाज में शान्ति और भाई-चारा स्थापित नहीं होगा और विदेश में भी देश की बदनामी होगी.
बोर्ड ने सरकार से की ये अपील
उन्होंने कहा कि बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) सरकार से अपील करता है कि वह इस स्थिति का गम्भीरतापूर्वक अवलोकन करे, संविधान की श्रेष्ठता को स्थापित रखे और देश में बसने वाले सभी समुदायों के साथ निष्पक्ष और न्याय का रवैया अपनाए. बता दें कि, बीते दिन सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने नूपुर शर्मा को फटकार लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की हल्की जुबान ने पूरे देश में आग लगा दी. नूपुर शर्मा को देश से माफी मांगनी चाहिए.
ये भी पढ़ें-