नई दिल्ली: दक्षिण की राजनीति से बड़ी खबर है. सीएम बनने की तैयारी कर रही वी शशिकला को बड़ा झटका लगा है. तमिलनाडु के सीएम ओ पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के नाम पर विद्रोह कर दिया है. ओ पन्नीरसेल्वम आज देर शाम जयललिता की समाधि पर पहुंचे और करीब 40 मिनट तक गहरे ध्यान में बैठे रहे. इसके बाद पन्नीरसेल्वम ने कहा, ''मैं यहां अम्मा को श्रद्धांजलि देने आया था. मैं यहां अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर आया था.''


 


पन्नीरसेल्वम ने कहा, ''मुझे सीएम पद तो दिया गया लेकिन लगातार अपमानित किया जाता रहा. अगर कार्यकर्ता चाहेंगे तो मैं अपना इस्तीफा वापस भी ले लूंगा. मैं अकेला लड़ने को तैयार हूं.''


पन्नीरसेल्वम ने कहा, "रेवेन्यू मिनिस्टर आरबी. उदयकुमार ने मुझसे कहा कि सीएम तो शशिकला को ही बनना चाहिए. जब वो (जयललिता) अस्पताल में थी तब उन्होंने मुझसे सीएम पद लेने को कहा था. मैं देश को और पार्टी कैडर को कुछ सच बताना चाहता हूं, अम्मा की आत्मा ने मुझसे ऐसा करने के लिए कहा है.''


पन्नीरसेल्वम ने राज्य के लिए किए गए अपने कामों को भी गिनाया. उन्होंने कहा, ''प्रदेश में पानी की समस्या को लेकर आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू से मिला. उन्होंने तुरंत हमें पानी दिया. इसके बाद जल्लीकट्टू आया. यह चार दिन तक चलने वाला लोकतांत्रिक विद्रोह था. मैं प्रधानमंत्री मोदी से मिला और उन्हें पूरी जानकारी दी.''


कल शपथ नहीं लेंगी शशिकला- सूत्र
इस बीच एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि शशिकला बुधवार को सीएम पद की शपथ नहीं लेंगी. शशिकला को आज सीएम पद की शपथ लेनी थी लेकिन ज्योतिष कारणों की वजह से उन्होंने आज शपथ नहीं ली.


पन्नीरसेल्वम ने पेश किया था प्रस्ताव
आपको बता दें पांच फरवरी को एआईडीएमके की बैठक में शशिकला को विधायदल का नेता दल का नेता चुना गया था. पन्नीरसेल्वम ने ही शशिकला के नाम का प्रस्ताव रखा था.


कौन हैं शशिलकला?
शशिकला नटराजन थेवर समुदाय से हैं. उनका प्रभाव जयललिता के करीबी लोगों में है और जयललिता के जीवन में वो परदे के पीछे से पार्टी का काम देखती रही थी और इसके लिए उन्हें जयललिता का आशिर्वाद प्राप्त था.


शशिकला जयललिता की सबसे करीबी मानी जाती रही हैं, एक जमाने में ये भी कहा जाता था कि जयललिता के हर फैसले के पीछे शशिकला का हाथ होता था. हालांकि, दोनों के रिश्तों में कई बार खटास भी देखी गई.


क्या कहा था शशिकला ने ?
विधायक दल की नेता चुनी जाने पर शशिकला ने कहा, “हमारी अम्मा के निधन के बाद पनीरसेल्वम ही वो शख्स हैं जिन्होंने सबसे पहले मुझे सीएम बनने के लिए जोर दिया.” इसके साथ शशिकला ने कहा कि तमिलनाडु की सरकार हमेशा ही जनता की भलाई के लिए काम करती है और अम्मा के दिखाए रास्ते और सिद्धांत पर चलेगी.


तमिलनाडु की तीसरी महिला सीएम होंगी
पांच दिसंबर को जयललिता के निधन के बाद 31 दिसंबर 2016 को शशिकला पार्टी महासचिव चुनी गई थीं. तमिलनाडु में शशिकला को ही जलललिता का राजनीतिक वारिस माना जाता रहा है और अब वो राज्य की अगली सीएम बनने जा रही हैं. जानकी रामाचंद्रन और जयललिता के बाद शशिकला तीसरी महिला होंगी जो तमिलनाडु के सीएम की कुर्सी संभालेंगीं.