नई दिल्लीः हिंदी पट्टी के तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को करारी शिकस्त देकर सत्ता में लौटी कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2019 से पहले शक्ति प्रदर्शन की योजना बना रही है. राजस्थान,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं को बुला सकती है. तीनों राज्यों में शपथग्रहण समारोह 17 दिसंबर को होगा.


इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी, एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और जम्मू कश्मीर के नेता फारूक अब्दुल्ला समेत कई नेता इस मौके पर उपस्थित हो सकते हैं.


कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, एक ही दिन में दो कार्यक्रम होने के कारण अतिथियों के लिए चारटर्ड प्लेन बुक किया जा रहा है जिससे की दोनों जगह सभी नेता एक साथ पहुंच सकें. पहले छत्तीसगढ़ का भी शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को ही होना था लेकिन अब इसे एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया है.


शपथ ग्रहण को लोकसभा चुनाव 2019 से पहले शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. दोनों राज्यों में शपथ ग्रहण के लिए तैयारियां जोरो पर है. इस कार्यक्रम में यूपीए के अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे. इससे पहले कर्नाटक में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान भी कई विपक्षी नेता जुटे थे.


कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बीएसपी के अध्यक्ष मायावती आरएलडी अध्यक्ष अजित सिंह, एनसीपी के नेता शरद पवार समेत कई दिग्गज मंच पर जुटे थे. माना जा रहा है कि इस बार भी मायावती शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगी क्योंकि दोनों राज्यों में बीएसपी ने कांग्रेस को अपना समर्थन दिया है.


इन नेताओं के अलावे कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत कई अन्य नेताओं के पहुंचने की संभावना है.


वीडियो जारी कर तेज प्रताप यादव ने कहा- जीने का तरीका बदला है तेवर नहीं...